भारत के 'बदनसीब' सलामी बल्लेबाज, जो टेस्ट क्रिकेट में नहीं जड़ सके एक भी शतक
Indian Openers Who Never Score Test Century: क्रिकेट में शतक लगाना किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। बल्लेबाजी के लिए दुनियाभर में मशहूर टीम इंडिया के कई खिलाड़ी हैं, जिन्होंने शतकों का अंबार लगाया है। सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली ऐसे ही नाम हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में शतकों की झड़ी लगाई है। हालांकि भारत के कुछ बदनसीब ओपनर ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपने करियर में क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट में एक भी शतक नहीं लगाया है। एक बात जरूर है कि इन क्रिकेटरों का करियर बहुत ज्यादा लंबा नहीं रहा है। आइए जानते हैं इन क्रिकेटरों के बारे में।
अभिनव मुकुंद
इसमें सबसे पहला नाम सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद का है। भारत के लिए सिर्फ टेस्ट फॉर्मेट खेलने वाले मुकुंद का हाई-स्कोर 81 रनों का रहा है। उन्हें अब तक सात मैच खेलने का मौका मिला है, लेकिन शतक से दूरी बनी रही। मुकुंद ने अब तक खेले सात मैचों में 320 रन बनाए हैं। मुकुंद को भारत की तरफ से खेलने का मौका सबसे पहले 2011 में मिला। यहां उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया था। उन्होंने अपने करियर का आखिरी मैच श्रीलंका के खिलाफ 2017 में खेला था।
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आकाश चोपड़ा
क्रिकेट के बाद कमेंट्री में हाथ आजमाने वाले भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा भी अपने पूरे करियर में एक भी टेस्ट शतक नहीं लगा पाए। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2003 में डेब्यू किया था। उन्होंने अपने पूरे करियर में दस मैच खेले, जिसमें उन्होंने 437 रन बनाए। इस दौरान उनका हाई-स्कोर 60 का रहा, जबकि एवरेज 23 की रही। आकाश ने अपने करियर का आखिरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2004 में खेला था।
अजय जडेजा
बल्लेबाजी में नाम कमाने वाले भारत के पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा भी उन बदनसीब सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं, जिन्होंने अपने करियर में एक भी शतक नहीं लगाया। जडेजा वनडे में तो छह शतक जड़ने में कामयाब रहे, लेकिन टेस्ट में उनका हाल बेहाल रहा। उन्होंने अपने करियर में 15 टेस्ट खेले, जिसमें 26.18 की औसत से 576 रन बनाए। टेस्ट में जडेजा का हाई-स्कोर 96 रनों का रहा।
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