इन 3 खिलाड़ियों ने विराट कोहली के साथ किया था डेब्यू, अब जी रहे हैं गुमनामी की जिंदगी
Virat Kohli: विराट कोहली आज क्रिकेट की दुनिया में सबसे बड़ा नाम हैं। वो मौजूदा समय में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने अपने करियर में कई बड़े मुकाम हासिल किए हैं। वनडे क्रिकेट में उन्होंने सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा शतक के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। वो दुनिया में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज हैं। विराट कोहली ने भारत के लिए 2008 में डेब्यू किया था। विराट के साथ और भी खिलाड़ियों ने डेब्यू किया था। ये खिलाड़ी आज गुमनामी में खो गए हैं। तो आइये जानते हैं, उन 3 खिलाड़ी के बारे में, जिन्होंने विराट के साथ ही डेब्यू किया था, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में कुछ खास नहीं कर पाए:
सुब्रमण्यम बद्रीनाथ
सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने साल 2008 में भारत के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में सिर्फ दो टेस्ट और 7 वनडे मैच खेले। वो आईपीएल में काफी समय तक चेन्नई सुपरकिंग्स टीम का हिस्सा थे। एक समय सुब्रमण्यम बद्रीनाथ को राहुल द्रविड़ का उत्तराधिकारी माना जा रहा था, लेकिन वो अपने करियर को बहुत आगे तक नहीं ले जा पाए।
"We must safeguard our children and as a dad, I am really happy to play this match! This Masoom Cup by YI is a very good initiative against child abuse. I am really happy to say that CSK is supporting this cause."
- Subramaniam Badrinath#WhistleForChildSafety #SayNoToAbuse #Yi pic.twitter.com/dKZzoiYTNH
— Young Indians (Yi) (@YiTweets) December 20, 2023
अभिषेक नायर
विराट कोहली के डेब्यू करने के एक साल बाद अभिषेक नायर का टीम में मौका मिला था। वो भारत के लिए सिर्फ दो ही वनडे मैच खेल पाए। इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद वो कभी भी टीम इंडिया में अपनी जगह नहीं बना पाए। अभिषेक नायर भले ही एक खिलाड़ी के रूप में कुछ खास ना कर पाए हो, लेकिन उन्होंने एक कोच के रूप में अपनी पहचान बनाई है। वो इस समय टीम इंडिया के सहायक कोच हैं। इसके अलावा उन्होंने रोहित शर्मा और दिनेश कार्तिक के साथ उनकी बल्लेबाजी पर काम किया है।
सौरव तिवारी
सौरव तिवारी की तुलना उनके करियर की शुरुआत में महेंद्र सिंह धोनी से हो रही थी। सौरव भी झारखंड से आते हैं और उनका लुक भी महेंद्र सिंह धोनी के जैसा ही था। आईपीएल 2010 में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी को दीवाना बना दिया था। उन्हें बाएं हाथ का महेंद्र सिंह धोनी कहा जाने लगा था। इसके बाद उन्हें टीम इंडिया में भी डेब्यू करने का मौका मिला। उन्होंने तीन मैचों में 49 रन बनाए। हालांकि वो अपने प्रदर्शन को बरकरार नहीं रख सके और टीम से बाहर हो गए।