IPL 2025 के मेगा ऑक्शन में आसान नहीं होगी इन 2 दिग्गज स्पिनरों की राह, रह सकते हैं अनसोल्ड
IPL 2025 Mega Auction: आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। आईपीएल फ्रैंचाइजी इस समय इसको लेकर अपनी टीम तैयार करने और रणनीति बनाने में बिजी हैं। मेगा ऑक्शन शुरू होने से पहले क्रिकेट जगत के कुछ दिग्गज खिलाड़ियों के भाग्य के बारे में अटकलें भी लगाई जा रही हैं। आईपीएल ऑक्शन में अकसर देखा गया है कि कुछ खिलाड़ियों पर तो जमकर पैसा बरसता है, लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं, जो अनसोल्ड रह जाते हैं। जिन स्टार खिलाड़ियों का इस बार भविष्य अधर में है, उनमें आईपीएल के दो सबसे अनुभवी स्पिनर पीयूष चावला और अमित मिश्रा का नाम शामिल है। बेशक दोनों ही खिलाड़ियों ने इंडियन प्रीमियर लीग में जोरदार प्रदर्शन किया है, लेकिन इसे बाद भी इस बार ऑक्शन उनके पक्ष में नहीं रहने की उम्मीद है। अगर ऐसा होता है तो यह निश्चित तौर पर उनके आईपीएल करियर समाप्त होने का संकेत है।
पीयूष चावला
सबसे पहले बात करते हैं पीयूष चावला के बारे में। चावला इस टूर्नामेंट की शुरुआत से ही खेल रहे हैं और कई टीमों के लिए खेल चुके हैं। वो अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी और गुगली के लिए जाने जाते हैं। उनके नाम इस टूर्नामेंट में 192 विकेट हैं और वह चौथे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। लेकिन इसके बाद भी उनकी राह आसान नहीं रहने वाली है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पीयूष 35 साल के हो गए हैं और इस उम्र में युवा और डायनामिक खिलाड़ी उन पर भारी पड़ते हैं। मौजूदा समय में टीमें ऐसे गेंदबाजों की तलाश कर रही हैं, जो स्पिन के अलावा बैटिंग और फील्डिंग में भी योगदान दे सकें। यही वजह है कि चावला मिडिल ओवर्स में प्रभावी होते हुए भी आधुनिक आईपीएल टीम के ढांचे में पहले की तरह फिट नहीं बैठ सकते हैं। यही वजह है कि आईपीएल टीमों के उन पर इंवेस्टमेंट करने की उम्मीद ज्यादा नहीं है।
ये भी पढ़ें:- क्रिकेट का काला इतिहास: मैच के दौरान मैदान पर गई 17 क्रिकेटरों की जान, एक भारतीय भी शामिल
अमित मिश्रा
अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी में विविधिता के लिए मशहूर अमित मिश्रा का आईपीएल करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। आईपीएल में तीन हैट्रिक लेने का कारनामा करने वाले मिश्रा के लिए चोट हमेशा ही चिंता की बात रही है। उनका हालिया प्रदर्शन साबित करता है कि उनमें अब भी जादू बरकरार है, लेकिन चोट ऐसी चीज है, जो उनकी दिक्कतें बढ़ाती है। मॉडर्न क्रिकेट न केवल स्किल मांगता है, बल्कि टिकाऊपन पर भी फोकस करता है। मौजूदा समय में टीमों का फोकस ऑलराउंडर्स और गेंदबाजों पर ज्यादा है। इसको देखते हुए भी मेगा ऑक्शन में अमित मिश्रा की राह आसान नहीं रहने वाली है।
ये भी पढ़ें:- 11825 रन, 411 विकेट; ये दिग्गज था टीम इंडिया का सबसे पहला कप्तान