लियोनेल मेसी के खास दोस्त ने किया फुटबॉल से संन्यास का ऐलान, बोले-सोचा नहीं था यह दिन आएगा
Andre Iniesta Retirement: लियोनेल मेसी के साथ फुटबॉल की फील्ड पर जमकर धमाल मचाने वाले दिग्गज खिलाड़ी एंड्रेस इनिएस्ता ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए इनिएस्ता बेहद भावुक नजर आए। 40 साल की उम्र में संन्यास का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की काफी खुशी है कि मैं अपना सपना पूरा कर सका। इनिएस्ता ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह दिन भी आएगा। इनिएस्ता ने मेसी के साथ मिलकर बर्सिलोना क्लब को कई मैचों में यादगार जीत दिलाने में अहम किरदार निभाया।
मेसी के दोस्त ने किया संन्यास का ऐलान
एंड्रेस इनिएस्ता ने एक खास इवेंट में अपने फुटबॉल करियर पर ब्रेक लगाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा, "मैं बेहद खुश हूं कि मैं अपने सपने को पूरा कर सका। मेरा स्पोर्टिंग करियर काफी शानदार रहा, क्योंकि प्रोफेशनल लेवल पर मुझे बेस्ट प्लेयर्स के साथ खेलने का मौका मिला। मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह दिन भी आएगा। मैंने इसकी कल्पना नहीं की थी। यह जो सभी आंसू मेरी आंखों से बह रहे हैं यह इमोशन और गर्व के आंसू हैं। यह दुखी होने के आंसू बिल्कुल भी नहीं हैं। यह उस लड़के के आंसू हैं, जिसने फुटबॉलर बनने का सपना देखा और काफी मशक्कत और त्याग के बाद उसको हासिल कर पाया। मुझे अपनी इस यात्रा पर गर्व है।"
'बर्सिलोना क्लब ने मुझे बदल डाला'
इनिएस्ता ने अपने फुटबॉल करियर में बर्सिलोना क्लब का अहम योगदान बताया। उन्होंने कहा, "ला मासिया ने मुझे हमेशा के लिए बदलकर रख दिया। जिंदगी में मुझे जो वैल्यू सीखनी थीं उसके लिए यह बेस्ट जगह थी। मैं अपने टीचर्स, टीम के खिलाड़ियों और लोगों का हमेशा आभारी रहूंगा। बर्सिलोना क्लब आना मेरा सपना था। मैं जहां पहुंच सका उसमें बर्सिलोना क्लब का बड़ा हाथ है। मैं अपने सपनों को पूरा करने के लिए बेस्ट जगह आया।"
इनिएस्ता का करियर
एंड्रेस इनिएस्ता ने बर्सिलोना की ओर से खेलते हुए कुल 9 ला लीगा, चार चैंपियंस लीग, छह कोपा अमेरिका, दो यूईएफए का खिताब जीता। मेसी के साथ मिलकर इनिएस्ता ने क्लब को कई मैचों में यादगार जीत दिलाई। स्पेन की तरफ से इनिएस्ता ने कुल 131 मैच खेले। 2010 में खेले गए वर्ल्ड कप में स्पेन को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में इनिएस्ता ने अहम रोल अदा किया। फाइनल में इनिएस्ता द्वारा किए गए गोल के बूते स्पेन खिताब को जीतने में सफल रही। उन्होंने 2008 में स्पेन को यूरोपियन चैंपियनशिप जिताने में भी अहम किरदार निभाया।