IND vs NZ: सरफराज के साथ यह कौन सा गेम खेल रहा टीम मैनेजमेंट, युवा बल्लेबाज की दुर्दशा का जिम्मेदार कौन?
Sarfaraz Khan IND vs NZ: पुणे टेस्ट मैच की पहली पारी में 11 रन दूसरी इनिंग में 9 रन। वानखेड़े में बिना खाता खोले आउट। पिछली तीन पारियों को देखकर आप भी यहीं कहेंगे कि सरफराज खान हाथ आए मौके को भुनाने में नाकाम हो रहे हैं। मगर सच्चाई तो यह है कि युवा बल्लेबाज के साथ टीम मैनेजमेंट का अलग ही गेम खेल रहा है। बेंगलुरु में 150 रन की पारी खेलने वाले सरफराज अगर इस तरह नाकाम हो रहे हैं, तो इसके पीछे की वजह भारतीय टीम के फैसले भी हैं।
सरफराज के साथ हो रही नाइंसाफी?
अब आप भी सोच रहे होंगे कि सरफराज के बल्ले से रन नहीं निकल रहे, तो इसमें टीम मैनेजमेंट का क्या कसूर है। कसूर है जनाब। बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट मैच में सरफराज ने दोनों ही पारियों में नंबर चार पर बल्लेबाजी की थी। दूसरी इनिंग में सरफराज के बल्ले से 150 रन की दमदार पारी भी निकली थी। हालांकि, शानदार पारी खेलने के बावजूद सरफराज की बैटिंग पोजीशन से दूसरे ही टेस्ट मैच में खिलवाड़ शुरू हो गया।
पुणे टेस्ट की पहली पारी में सरफराज छठे नंबर पर बैटिंग करने उतरे और 11 रन बनाकर आउट हुए। दूसरी इनिंग में सरफराज को एक पोजीशन और नीचे ढकेल दिया गया और वह सातवें नंबर पर बैटिंग करने उतरे। इस बार सरफराज 9 रन बनाकर चलते बने।
वानखेड़े में करते रह गए बैटिंग का इंतजार
मुंबई रोहित शर्मा के साथ-साथ सरफराज खान का भी होम ग्राउंड है। इस बात को ध्यान में रखते हुए सरफराज को बैटिंग ऑर्डर में प्रमोट किया जाना चाहिए था, क्योंकि इस मैदान पर सरफराज के बल्ले से कई यादगार पारियां निकली हैं। हालांकि, भारतीय टीम मैनेजमेंट ने ठीक इसका उल्टा किया। सरफराज अपनी बैटिंग का इंतजार करते रह गए और उनसे ऊपर बैटिंग ऑर्डर में रविंद्र जडेजा को प्रमोट कर दिया गया। छह विकेट का पतन होने के बाद सरफराज मैदान पर उतरे, लेकिन बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।
बैटिंग ऑर्डर में सरफराज के साथ यह खेल क्यों हो रहा है यह बात वो खुद समझने का प्रयास कर रहे होंगे। मगर इस तरह युवा टैलेंट पर बढ़ता दबाव सरफराज और भारतीय टीम दोनों के लिए सही नहीं है।