प्रज्ञानंद ने अडानी ग्रुप को दिया जीत का श्रेय, ओलंपियाड के इतिहास में पहली बार मिली बड़ी कामयाबी
Chess Olympiad 2024: भारत ने हाल ही में हुए शतरंज ओलंपियाड में महिला व पुरुष दोनों ही वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है। ओलंपियाड के 100 साल के इतिहास में भारत ने पहली दफा ये कारनामा किया है। भारत से पहले ये उपलब्धि रूस और चीन के नाम ही दर्ज थी। भारत दुनिया का तीसरा देश बन गया है, जिसने ओलंपियाड में डबल गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। ये इतिहास रचने वाले खिलाड़ियों में शामिल ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानंद ने एक बड़ा खुलासा करते हुए अडानी ग्रुप को गोल्ड जीतने का श्रेय दिया है।
क्या बोले प्रज्ञानंद
भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानंद ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए अपनी सफलता का श्रेय उनको मिलने वाले अटूट समर्थन को दिया है। प्रज्ञानंद ने अपने परिवार, प्रशिक्षकों और प्रायोजकों का आभार जताते हुए कहा कि उनके सफर में ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने उनके माता-पिता से लेकर उनका साथ दिया। उन्होंने अपने प्रशिक्षकों का भी आभार जताते हुए कहा कि उनके बिना कुछ भी मुमकिन नहीं था। वह लगातार अपने मार्गदर्शन में चीजों को सिखाते रहते हैं।
अडानी ग्रुप का जताया आभार
ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंद ने कहा कि उनके पहले प्रायोजक रामको ग्रुप ने उनके खेल को सींचने में उनकी मदद की है। लेकिन पिछले एक साल से जिस तरह से अडानी ग्रुप ने उनका समर्थन किया है, वो अतुलनीय है। प्रज्ञानंद का कहना है कि उन्हें इस साल बहुत अधिक प्रशिक्षण की जरूरत थी, जोकि अडानी ग्रुप की वजह से ही संभव हो सकी। इसके लिए अडानी ग्रुप का जितना भी आभार जताया जाए, उतना कम है।
गौतम अडानी ने बढ़ाया था हौसला
चैंपियन रमेशबाबू प्रज्ञानंद ने गौतम अडानी से हुई अपनी मुलाकात के बारे में भी खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि साल के शुरुआत में उनकी मुलाकात गौतम अडानी से हुई थी। उन्होंने ने ही हौसला बढ़ाते हुए कहा था कि उन्हें इस बार भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतना चाहिए। इसके लिए उन्होंने हर संभव मदद मुहैया कराने का वादा भी किया। और सबसे बड़ी चीज की उन्होंने इस वादे को पूरी तरह से निभाया भी। इसी वजह से वह टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब हो सके।
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भारत ने जीता था डबल गोल्ड मेडल
शतरंज ओलंपियाड में इस बार भारत ने दोहरा पदक जीता था। पुरुष और महिला दोनों ही टीमों ने भारत के लिए ये पदक जीता था। ओलंपियाड में पुरुषों ने स्लोवेनिया और महिलाओं ने अजरबेजान को हराकर ये उपलब्धि हासिल की थी। भारत पुरुष कैटेगरी में 21 अंकों के साथ तालिका में शीर्ष पर रहा था। जबकि, महिला वर्ग में भारत ने 11 में से 9 मैच जीतकर टॉप स्थान हासिल किया था।
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