whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

क्रिकेट में नो बॉल कितनी तरह की होती हैं? जानें कब से लागू हुआ ये नियम

Cricket No Ball Rule: क्रिकेट में तमाम नियमों में एक सबसे अहम नियम नो बॉल भी है। ये नो बॉल किसी भी मैच के परिणाम को बदलने के लिए काफी है। क्रिकेट में नो बॉल एक ऐसी गेंद होती है, जिसपर बल्लेबाज क्लीन बोल्ड या कैच आउट होने पर भी आउट नहीं होता है। इसके बदले में बल्लेबाजी करने वाली टीम को अतिरिक्त रन भी मिलता है, इसलिए कोई भी गेंदबाज नो बॉल डालने से बचता है।
11:50 AM Sep 30, 2024 IST | Mashahid abbas
क्रिकेट में नो बॉल कितनी तरह की होती हैं  जानें कब से लागू हुआ ये नियम
Cricket No Ball

Cricket No Ball Rule: क्रिकेट की दुनिया में नो बॉल फेंकना एक जुर्म करने जैसा है। कई बार ये गलती पूरे मैच का रुख बदल देती है और इससे मैच का परिणाम पूरी तरह से बदल जाता है। हालांकि दुनिया में कई ऐसे गेंदबाज भी रहे हैं, जिन्होंने अपने पूरे क्रिकेट करिअर में एक भी नो बॉल नहीं फेंकी है। लेकिन, कई ऐसे गेंदबाज भी हुए हैं जिन्होंने गलत समय पर नो बॉल डालकर टीम को महत्वपूर्ण मैचों में हार की ओर धकेल दिया। लेकिन क्या आपको नो बॉल कितने तरह की होती है और इसके नियम में अब तक क्या क्या बदलाव किए गए हैं। आइए इस रिपोर्ट में हम इसी बात की जानकारी आपसे साझा करते हैं।

Advertisement

क्या होती है नो बॉल

क्रिकेट में नो बॉल उस गेंद को कहा जाता है जो वैलिड नहीं होती हैं और किसी न किसी नियम का उल्लंघन करती हैं। इसीलिए अगर कोई भी गेंदबाज नियमों का उल्लंघन करते हुए गेंद फेंकता है तो उसे नो बॉल करार दिया जाता है और इसमें बल्लेबाजी करने वाली टीम को 1 अतिरिक्त रन दिया जाता है। यह रन बल्लेबाज के खाते में जुड़ने के बजाय टीम के खाते में जुड़ता है। वहीं, गेंदबाज को इसका खामियाजा अतिरिक्त रन देने के साथ साथ एक अतिरिक्त गेंद फेंक कर पूरा करना होता है।

ये भी पढ़ें:- IPL 2025 से पहले LSG के बल्लेबाज का ‘तूफान’, 8 छक्के और 9 चौके के साथ जड़ा शतक

Advertisement

कौन सी गेंद होती है नो बॉल

नो बॉल कई तरह के होते हैं। इसमें जो अक्सर हुआ करते हैं उसमें गेंदबाज का पैर गेंद फेंकने वाली लाइन को क्रास करने, फुल टॉस गेंद यदि बल्लेबाज के कमर से ऊपर हो, गेंद बल्लेबाज के पास पहुंचने से पहले दो टप्पा खाए या गेंद बल्लेबाज तक पहुंचने से पहले ही रुक जाए, गेंदबाज स्टंप से टकरा जाए या कोई फील्डर मैदान पर बाधा पहुंचाए तो उन सभी गेंदों को नो बॉल करार दिया जाता है।

Advertisement

पहले नहीं मिलता था अतिरिक्त रन

90 के दशक से पहले नो बॉल पर अतिरिक्त रन नहीं दिए जाते थे। तब नो बॉल पर 4 या 6 रन ही बल्लेबाज बाउंड्री मारकर ले सकता था। तब नो बॉल पर सिर्फ विकेट न दिए जाने का चलन था, लेकिन 90 के दशक में नो बॉल पर अतिरिक्त रन देने का नियम भी बनाया गया।

ये भी पढ़ें:- BCCI ने बदला राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी का नाम, जानें NCA की जगह अब क्या होगी पहचान

2015 में शुरू हुआ फ्री हिट का चलन 

नो बॉल पर आईसीसी ने 2015 में एक और सख्त फैसला लिया। तब से लेकर अब तक नो बॉल पर फ्री हिट का नियम जारी है। ये वनडे और टी20 क्रिकेट में लागू है। नो बॉल पर बल्लेबाजी करने वाली टीम को अतिरिक्त रन मिलता है और बल्लेबाज आउट नहीं हो सकता है (सिवाय नो बॉल पर आउट होने वाले नियमों)। फ्री हिट में गेंदबाज को एक अतिरिक्त गेंद फेंकनी होती है, इस गेंद पर भी बल्लेबाज का विकेट नहीं गिरता है सिवाय कुछ खास कंडीशन के। इन दोनों गेंद पर बल्लेबाज खुलकर बैटिंग कर सकता है।

ये भी पढ़ें:- IPL 2025: ‘सिर्फ विराट कोहली को रिटेन करेगी RCB…’ पूर्व दिग्गज का चौंकाने वाला बयान

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो