इंग्लैंड के कोच ने टीम इंडिया और ICC पर लगाए सनसनीखेज आरोप, वर्ल्ड कप में हार से बौखलाए
England Team T20 WC 2024: महिला टी-20 वर्ल्ड कप 2024 में इंग्लैंड का सफर समाप्त हो गया है। वेस्टइंडीज ने बड़ा उलटफेर करते हुए इंग्लिश टीम के सेमीफाइनल खेलने के सपने को चकनाचूर किया। कैरेबियाई टीम ने इंग्लैंड को 6 विकेट से हराते हुए टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया। इंग्लैंड के बाहर होने के बाद टीम के मुख्य कोच जॉन लुईस बुरी तरह से बौखला गए हैं। लुईस ने भारतीय टीम और आईसीसी पर पक्षपात के आरोप लगाए हैं। इंग्लिश कोच ने कहा कि शारजाह के मैदान पर ट्रेनिंग करने की परमिशन सिर्फ भारतीय टीम को ही दी गई, जबकि अन्य टीमों ने आईसीसी एकेडमी के ग्राउंड में प्रैक्टिस की।
इंग्लिश कोच ने लगाए आरोप
इंग्लैंड के टी-20 वर्ल्ड कप 2024 से बाहर होने के बाद जॉन लुईस ने कहा, "किसी को भी दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में ट्रेनिंग करने की इजाजत नहीं दी गई। हम सभी ने आईसीसी एकेडमी के ग्राउंड में प्रैक्टिस की। मुझे नहीं पता कि भारतीय टीम ने शारजाह में ट्रेनिंग की या फिर नहीं। मैं नहीं जानता। टीम इंडिया को जो पसंद आता है वो वही करती है। क्या ऐसा नहीं है? क्या ऐसे काम होता है?"
हालांकि, आईसीसी के एक अधिकारी ने 'ईएसपीएन क्रिकइंफो' के साथ बातचीत करते हुए बताया कि इस मैदान का इस्तेमाल सिर्फ भारतीय टीम ही नहीं, बल्कि स्कॉटलैंड ने भी किया। उन्होंने कहा कि उस दिन सिर्फ टीम इंडिया को नहीं शारजाह के मैदान को यूज करने की परमिशन हर टीम को दी गई थी।
वेस्टइंडीज ने तोड़ा इंग्लैंड का सपना
वेस्टइंडीज ने अहम मुकाबले में इंग्लैंड को 6 विकेट से मात देते हुए टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया। पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लिश टीम ने स्कोर बोर्ड पर 7 विकेट खोकर 141 रन लगाए। टीम की ओर से नैट साइवर ब्रंट ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 50 गेंदों पर 57 रन की दमदार पारी खेली। हालांकि, उनके अलावा टीम की कोई भी बैटर कैरेबियाई गेंदबाजों का टिककर सामना नहीं कर सकी।
वेस्टइंडीज ने 142 रन के लक्ष्य को हंसते-खेलते हुए सिर्फ 18 ओवर में हासिल कर लिया। टीम की तरफ से कप्तान हेली मैथ्यूज ने शानदार बैटिंग करते हुए 38 गेंदों पर 50 रन ठोके। वहीं, कियान जोसेफ ने ताबड़तोड़ अंदाज में खेलते हुए 38 गेंदों पर 50 रन ठोके। इस जीत के साथ ही वेस्टइंडीज ने सेमीफाइनल का टिकट भी हासिल कर लिया। कैरेबियाई टीम साल 2018 के बाद पहली बार अंतिम चार में पहुंचने में सफल रही है।