वर्ल्ड क्रिकेट का 'ग्रेटेस्ट कैप्टन', झोली में 3-3 वर्ल्ड कप, लेकिन भारत में नहीं जीत सका एक भी टेस्ट
Ricky Ponting: रिकी पोंटिंग की गिनती दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में होती है। टीम की कमान संभालने के बाद जिन उपलब्धियों की चाहत एक कप्तान की होती है, पोंटिंग ने वो लगभग सबकुछ हासिल किया है। कोई भी खिलाड़ी अपना करियर इस चाहत के साथ ही शुरू करता है कि वह एक दिन वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का सदस्य बनेगा। इंटरेस्टिंग बात यह है कि पोंटिंग ऐसा एक नहीं बल्कि तीन बार करने में सफल रहे हैं। पोटिंग ने बतौर कप्तान कंगारू टीम को 2003 और 2007 में वर्ल्ड चैम्पियन बनाया, जबकि 1999 में स्टीव वॉ की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे। हालांकि इतने सफल करियर के बाद भी पोंटिंग को एक बात का मलाल जरूर होगा। हम यहां बात कर रहे हैं कि बतौर कप्तान भारतीय जमीं पर टेस्ट मैच में जीत हासिल की, जहां पूर्व कंगारू कप्तान मोर्चा नहीं मार सके।
2008 में पोंटिंग का पहला इम्तिहान
जी हां कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले पोंटिंग अपनी कप्तानी में भारत में एक भी टेस्ट मैच नहीं जीत सके। पोंटिंग ने भारत की धरती पर दो सीरीज खेली और इन दोनों में ही वो टीम के कप्तान थे। उन्होंने सबसे पहले 2008 में भारत का दौरा किया। इस सीरीज में चार मैच खेले गए थे। सीरीज का पहला और तीसरा टेस्ट तो ड्रॉ पर खत्म हुआ, जबकि दूसरे और चौथे टेस्ट में टीम इंडिया ने क्रमश: 320 और 172 रनों से जीत दर्ज की।
This was Ricky Ponting's last test in India.
As a captain he never won a single test in India. He led in 7 Tests, lost 5, drawn 2.
As a player he played 25 innings in India and scored 662 runs with an average of 26.48 (his worst test average in any country). https://t.co/IUUiJy3SVA pic.twitter.com/mCIBDqvKZa
— Cricketopia (@CricketopiaCom) October 13, 2020
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दूसरी बार भी सफल नहीं हो सके पोंटिंग
उन्होंने इसके बाद 2010 में 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए फिर से भारत का दौरा किया लेकिन यहां तो टीम का और भी बुरा हाल रहा। टीम को यहां भारतीय टीम के खिलाफ क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा, जहां भारत ने पहले मैच में एक जबकि दूसरे मैच में सात विकेट से जीत दर्ज की। इन दोनों सीरीज के अलावा पोंटिंग ने 2004 में भी एक टेस्ट मैच में अपनी टीम का नेतृत्व किया था लेकिन उस मैच में भी टीम को 13 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। ओवरऑल पोंटिंग ने भारत में सात मैचों में टीम की कमान संभाली, जहां टीम को पांच मैचों में हार झेलनी पड़ी, जबकि दो मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए।
कैसा है पोंटिंग का टेस्ट करियर?
रिकी पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए टेस्ट में 77 मैचों में कप्तानी की है। उनकी कप्तानी में कंगारू टीम 48 मैच जीतने में सफल रही है, जबकि 16 मर्तबा टीम को हार नसीब हुई। इसके अलावा 13 मैच ड्रॉ रहे। पोटिंग ने अपनी कप्तानी में टीम को 62.33 प्रतिशत मैचों में जीत दिलाई। टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा जीत दर्ज करने वाले कप्तानों में पोंटिंग दूसरे नंबर पर आते हैं। इस लिस्ट में साउथ अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ टॉप पर हैं, जिन्होंने प्रोटियाज टीम को 109 मैचों में से 53 मैचों में जीत दिलाई।
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