ICC चेयरमैन पद के चुनाव में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जय शाह का किया समर्थन या विरोध? देखें रिपोर्ट
PCB role on ICC Chairman election: बीसीसीआई के सचिव जय शाह को आईसीसी का अगला चेयरमैन चुना गया है। जय शाह ने महज 35 वर्ष की उम्र में आईसीसी का चेयरमैन बनकर कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। जय शाह आईसीसी के इतिहास में अब तक के सबसे कम उम्र के चेयरमैन बने हैं। वह एक दिसंबर से अपना कार्यकाल संभालेंगे। इससे पहले उन्होंने जब इस पद के लिए नामांकन किया तो आईसीसी के 16 सदस्यों में से 15 सदस्यों ने उन्हें समर्थन दिया। ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वो एक सदस्य देश कौन है, जिसने जय शाह के समर्थन का ऐलान नहीं किया और इस पूरे घटनाक्रम में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की क्या भूमिका रही।
निर्विरोध चुने गए जय शाह
ICC के मौजूदा चेयरमैन न्यूजीलैंड के ग्रेक बार्कले ने अपने तीसरे कार्यकाल के लिए इंकार कर दिया। इसके बाद इस पद के लिए चुनाव होने थे। 27 अगस्त तक नामांकन की आखिरी तारीख थी। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने इस पद के लिए नामांकन किया था। उन्हें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने खुला समर्थन दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जय शाह को आईसीसी के 16 सदस्यों में से 15 सदस्यों का समर्थन मिला हुआ था। इसके चलते उनके सामने किसी अन्य ने अपनी दावेदारी नहीं पेश की, जिसके बाद नामांकन की अंतिम तारीख खत्म होते ही जय शाह निर्विरोध रूप से आईसीसी के नए चेयरमैन चुन लिए गए।
पाकिस्तान की क्या रही भूमिका
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जय शाह को नामांकन प्रक्रिया के दौरान आईसीसी के कुल 16 में से 15 सदस्य देशों का समर्थन मिला। लेकिन उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की ओर से कोई समर्थन नहीं मिला। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रतिनिधि ने जय शाह को आईसीसी का नया चेयरमैन बनने के लिए न तो समर्थन दिया और न ही उनका विरोध किया। हालांकि जय शाह इस पद के लिए एकमात्र कंडीडेट थे, ऐसे में उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के वोट या समर्थन की जरूरत भी नहीं थी। लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस पूरे घटनाक्रम पर मूकदर्शक की भूमिका निभाई।
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पाकिस्तान में होगा आईसीसी का अगला टूर्नामेंट
जय शाह आईसीसी चेयरमैन के तौर पर 1 दिसंबर, 2024 से अपना कार्यकाल शुरू करेंगे। इसके बाद आईसीसी का पहला इवेंट चैंपियंस ट्रॉफी का होगा, जोकि फरवरी-मार्च के महीने में पाकिस्तान की मेजबानी में ही आयोजित होगी। भारत इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान जाएगा या नहीं, इस पर अब तक फैसला नहीं हो सका है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड हर हाल में चाहता है कि भारतीय क्रिकेट टीम इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान जाए। भारतीय टीम के पाकिस्तान जाने से उसे आर्थिक रूप से बड़ा फायदा मिलेगा। इस चाहत के बावजूद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का आईसीसी पद के चुनाव में जय शाह को समर्थन न देना हैरान करता है।
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