गेंदबाज, बल्लेबाज या फील्डर नहीं, रोहित के इस एक फैसले ने बांग्लादेश को चटाई धूल
Rohit Sharma Masterstroke: कानपुर टेस्ट में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को 7 विकेट से हराकर टेस्ट सीरीज पर 2-0 से कब्जा जमाया है। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, आर अश्विन और रविंद्र जडेजा ने तीन-तीन विकेट अपने नाम कर बांग्लादेश की दूसरी पारी 146 रनों पर समेट दी। इस तरह भारत को 95 रनों का टारगेट मिला, जिसे टीम ने तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। वैसे तो भारत की इस खास जीत के हीरो कई खिलाड़ी हैं, लेकिन वो कप्तान रोहित शर्मा ही थे, जिनके एक फैसले ने मैच को पूरी तरह भारत के पक्ष में कर दिया।
सिर्फ 233 रनों पर सिमट गई बांग्लादेश की टीम
दरअसल जब मैच के शुरुआती तीन दिन बारिश के चलते सिर्फ 35 ओवरों का ही खेल हो पाया था तो उस समय लग रहा था कि यह मैच निश्चित तौर पर ड्रॉ होगा। लेकिन जब चौथे दिन का खेल शुरू हुआ तो रोहित एक अलग ही माइंडसेट के साथ उतरे थे। उन्होंने सबसे पहले अपने गेंदबाजों में जोश भरते हुए बांग्लादेश को सिर्फ 233 रनों पर समेट दिया। पहले दिन 35 ओवर खेली बांग्लादेश की टीम आगे 40 ओवर भी नहीं खेल पाई और 74.2 ओवरों में ऑलआउट हो गई। इस तरह चौथे दिन में जाकर पहली पारी समाप्त हुई।
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पहली गेंद से रोहित ने दिखाए अपने इरादे
इसके बाद बारी आई टीम इंडिया की, जहां कप्तान रोहित और यशस्वी जायसवाल एक अलग माइंडसेट के साथ उतरे। दोनों बल्लेबाजों ने अपनी बैटिंग से जाहिर कर दिया कि टीम यहां टी-20 स्टाइल में खेलनी वाली है। यहां यशस्वी ने हसन महमूद के पहले ही ओवर में तीन चौके बटोरे। इसके बाद रोहित का नंबर आया, जहां उन्होंने खालिद अहमद का स्वागत लगातार दो छक्कों से किया। इस दौरान रोहित टेस्ट क्रिकेट के इतिहास के सिर्फ ऐसे चौथे बल्लेबाज बने, जिन्होंने अपनी पारी की शुरुआत लगातार दो छक्कों से की हो।
भारत ने लगा दी रिकॉर्ड्स की झड़ी
दोनों बल्लेबाजों ने तेज बैटिंग जारी रखी, जिसके दम पर भारतीय टीम ने पचास रन सिर्फ ओवरों में ही बना डाले। यह इस फॉर्मेट में किसी भी टीम का सबसे तेज पचासा था। इसके बाद भारत ने सबसे तेज 100, 150, 200 और 250 रन बनाने का भी रिकॉर्ड बनाया। टीम इंडिया इस दौरान विकेट भी गंवाती रही, लेकिन इससे बल्लेबाजों को कोई फर्क नहीं पड़ा।
भारत की ओर से जायसवाल ने 72 जबकि केएल राहुल ने 68 रन बनाए। 285 के स्कोर पर जैसे ही आकाश दीप का विकेट गिरा, वैसे ही रोहित ने पारी घोषित करने का साहसिक फैसला लिया। टीम ने इतने रन सिर्फ 34.4 ओवरों में बना डाले। इस तरह टीम ने सिर्फ एक सेशन के खेल में ही बांग्लादेश के खिलाफ 52 रनों की महत्वपूर्ण लीड हासिल कर ली।
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सिर्फ 146 रनों पर बांग्लादेश ढेर
मैच के चौथे दिन बांग्लादेश ने दूसरी पारी में दो विकेट पर 26 रन बना लिए थे। पांचवें दिन बांग्लादेश की कोशिश मैच को ड्रॉ कराने पर थी, लेकिन भारतीय गेंदबाज इसके लिए तैयार थे। कप्तान रोहित ने यहां बुमराह और अश्विन की जोड़ी को लगाया। अश्विन ने पहली पारी के शतकवीर मोमिनुल हक को आउट कर टीम को जल्दी विकेट दिला दिए। इसके बाद जडेजा ने लिटन दास और शाकिब अल हसन को आउट कर बांग्लादेश टीम की कमर तोड़ दी।
मुश्फिकुर का संघर्ष नहीं आया काम
दोनों खिलाड़ियों के आउट होने के बाद अनुभवी बल्लेबाज मुश्फिकुर रहीम ने अकेले संघर्ष किया और 37 रनों की पारी खेली। बांग्लादेश इस तरह 146 रनों पर ऑलआउट हो गई, जिससे टीम इंडिया को सिर्फ 95 रनों का टारगेट मिला। भारत ने इस टारगेट को बिना किसी परेशानी के आसानी से तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
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