पाकिस्तान के कोच रह चुके इस दिग्गज को क्यों चुना गया टीम इंडिया का बॉलिंग कोच? सामने आई वजह
Indian Cricket Team के बॉलिंग कोच के रूप में साउथ अफ्रीका के दिग्गज गेंदबाज मोर्ने मोर्केल को नियुक्त किया गया है। मोर्ने मोर्केल 2023 के वनडे वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच के रूप में काम कर रहे थे। वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। अब बीसीसीआई ने मोर्ने मोर्केल को इंडियन क्रिकेट टीम के बॉलिंग कोच की जिम्मेदारी सौंपी है। मोर्ने मोर्केल भारतीय टीम में पारस म्हाम्ब्रे की जगह लेंगे। पारस म्हाम्ब्रे का कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में खत्म हो गया था, जिसके बाद से ही ये पद खाली चल रहा था। मोर्ने मोर्केल को 2027 के वनडे वर्ल्ड कप तक के लिए टीम इंडिया का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया है।
बालाजी और विनय कुमार को पीछे छोड़कर बने कोच
भारतीय टीम में गेंदबाजी कोच के लिए लक्ष्मीपति बालाजी और विनय कुमार का नाम भी चल रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सहयोगी कोच की नियुक्ति पर गौतम गंभीर की पसंद को तरजीह दी गई। टीम इंडिया में गौतम गंभीर के सपोर्ट स्टॉफ में पहले ही अभिषेक नायर और रयान टेन डोएस्चेट को शामिल किया जा चुका है। अब मोर्ने मोर्केल भी कोचिंग स्टॉफ में शामिल हो चुके हैं।
मोर्ने मोर्केल को ही क्यों चुना गया कोच?
बीसीसीआई के एक सूत्र ने नाम न बताने की शर्त पर पीटीआई को बताया कि 'क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) का काम मुख्य कोच के लिए उम्मीदवारों का साक्षात्कार लेना था। जब सहयोगी स्टाफ के चयन की बात आई तो गंभीर की पसंद को प्राथमिकता दी जानी जरूरी थी। गौतम गंभीर ने मोर्ने मोर्केल के साथ काम किया है और गेंदबाजी कोच के तौर पर उन्होंने उनको ही अपनी पसंद बताया था। यही वजह है कि मोर्ने मोर्केल को इस पद की जिम्मेदारी दी गई।'
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कैसा रहा है मोर्ने मोर्केल का करिअर
मोर्ने मोर्केल साउथ अफ्रीका के दिग्गज गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने साउथ अफ्रीका के लिए कुल 86 टेस्ट, 117 वनडे और 44 इंटरनेशलन टी20 मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने 544 विकेट लिए हैं। मोर्ने मोर्केल पाकिस्तान की इंटरनेशनल क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच के रूप में काम कर चुके हैं, साथ ही आईपीएल के पिछले 2 सत्रों में वह लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटर की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
कब से शुरू होगा कार्यकाल क्या होगी चुनौतियां
मोर्ने मोर्केल बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज में अपने कार्यकाल का आगाज करेंगे। इससे पहले वह सितंबर में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रिपोर्ट करेंगे और दलीप ट्रॉफी के मैचों पर नजर रखेंगे। मोर्ने मोर्केल के सामने सबसे बड़ी चुनौती ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर होगी, जहां टीम को 5 टेस्ट मैच की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेलनी है। मोर्ने मोर्केल के पास ऑस्ट्रेलिया में खेलने का लंबा अनुभव रहा है तो उनपर जिम्मेदारी होगी कि वो टीम इंडिया की बॉलिंग को इस सीरीज में मजबूत करें। इसके अलावा अगले साल इंग्लैंड के साथ होने वाले 5 टेस्ट मैचों में भी गेंदबाजों की चुनौतियों का सामना मोर्ने मोर्केल को करना होगा।
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