भारत की हार से ज्यादा बुमराह की कातिलाना गेंदबाजी के चर्चे, बूम-बूम ने तो इतिहास रच डाला
Jasprit Bumrah IND vs AUS: भले ही भारतीय टीम को बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में 1-3 से हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन कंगारू सरजमीं पर बूम-बूम बुमराह के नाम की खूब धूम रही। पूरा ऑस्ट्रेलिया भारतीय तेज गेंदबाज की कातिलाना बॉलिंग का कायल हो गया। इकलौते दम पर बुमराह ने कंगारू बल्लेबाजों को पूरी सीरीज में घुटने पर ला दिया।
सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में अगर जस्सी गेंदबाजी करते, तो शायद यहां भी मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था। बुमराह को उनकी लाजवाब गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड से नवाजा गया। बुमराह ने इसके साथ ही वो कारनामा कर डाला है, जो सचिन और कोहली भी नहीं कर सके हैं।
बुमराह ने रचा इतिहास
जसप्रीत बुमराह का प्रदर्शन बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में कमाल का रहा। बुमराह ने 5 मैचों की सीरीज में कुल 32 विकेट अपने नाम किए। बुमराह के आगे कंगारू टीम के बल्लेबाज पूरी तरह से बेबस नजर आए। भारतीय तेज गेंदबाज ने इस सीरीज में कई बड़े रिकॉर्ड्स को अपने नाम किया। यही वजह रही कि उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया। इस अवॉर्ड को पाने के साथ ही बुमराह के करियर में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि जुड़ गई है।
बुमराह ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड में प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने जाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। 2022-23 के इंग्लैंड दौरे पर बुमराह ने 5 मैचों में 23 विकेट निकालते हुए इस अवॉर्ड को अपने नाम किया था। वहीं, पिछले साल दो मैचों में 12 विकेट चटकाकर जस्सी ने साउथ अफ्रीका में भी मैन ऑफ द सीरीज रहे थे।
बुमराह के लिए यादगार रही सीरीज
बुमराह के लिए ऑस्ट्रेलिया का यह दौरा यादगार रहा। 5 टेस्ट मैचों में उन्होंने कुल 32 विकेट अपने नाम किए। इसके साथ ही पर्थ टेस्ट में बुमराह की ही कप्तानी में टीम इंडिया ने सीरीज में इकलौती जीत का स्वाद चखा। बुमराह ने एक बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में हरभजन सिंह की बराबरी की। भज्जी ने साल 2000-01 में खेली गई सीरीज में कुल 32 विकेट चटकाए थे। इसके साथ ही बुमराह भारत की ओर से सबसे तेज 200 विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज भी बने।