पेर‍िस पैरालंप‍िक में मह‍िलाओं की रेस में दौड़ा 2 बच्‍चों का 'बाप', हैरी पॉटर की लेख‍िका भड़कीं

Valentina Petrillo : पेरिस ओलंपिक में ट्रांसजेंडर बॉक्सर इमान खलीफ ने बवाल मचाया था तो अब पैरालंपिक्स में जेंडर चेंज करवा कर महिलाी बने इटली के स्प्रिंटर वैलेंटिना पेट्रिलो पर विवाद खड़ा हो गया है। 2 बच्चों के 'बाप' पेट्रिलो को लेकर हैरी पॉटर की लेखिका जेके रोलिंग ने भी तंज कसे हैं।

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Valentina Petrillo (X/RedWave_Press)

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पेरिस पैरालंपिक्स में महिलाओं की रेस में वैलेंटिना पेट्रिलो के शामिल होने से एक और विवाद खड़ा हो गया है। हैरी पॉटर की लेखिका और वूमेंस राइट्स एक्टिविस्ट जेके रोलिंग ने तीखे शब्दों में उनकी आलोचना की है। रोलिंग ने इटली के ट्रांसजेंटर पैरालंपिक स्प्रिंटर वैलेंटिना पेट्रिलो को ऐसा बेईमान बताया है जिसे कोई शर्म नहीं है। बता दें कि वैलेंटिना पेट्रिलो (51) बायोलॉजिकल पुरुष हैं लेकिन एक महिला के तौर पर आइडेंटिफाई करते हैं।

हाल ही में जब वैलेंटिना ने विजुअली इम्पेयर्ड 400 मीटर की दौड़ के सेमी फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। इसके बाद रोलिंग ने तंज कसते हुए एक के बाद एक कई पोस्ट किए थे। उन्होंने कहा कि प्रेरणा देने वाले पेट्रिलो को लेकर इतना गुस्सा किसलिए है? बेईमानों के समुदाय में ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी गई। पेट्रिलो जैसे गर्व से भरे बेईमानों ने साबित किया है कि बेईमानी करने के बाद शर्मिंदगी महसूस करने का समय अब जा चुका है।

इमान खलीफ पर भी हो गया था विवाद

बता दें कि जेके रोलिंग ने पेरिस ओलंपिक्स के दौरान अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खलीफ को लेकर भी आवाज उठाई थी। जेंडर चेंज करवाकर महिला बनी इमान खलीफ एक बार जेंडर एलिजिबिलिटी टेस्ट में फेल हो चुकी थीं लेकिन, पेरिस ओलंपिक में उन्होंने महिलाओं की बॉक्सिंग प्रतिस्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था। वैलैंटिना पेट्रिलो हालांकि, फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई हैं लेकिन आलोचकों को उन्होंने जलन का शिकार बताया है।

45 साल की उम्र में बदलवाया था जेंडर

वैलेंटिना ने साल 2019 में 45 साल की उम्र में जेंडर चेंज करवाया था। उससे पहले पुरुष एथलीट के तौर पर उन्होंने दर्जनों प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की थी। वैलेंटिना का कहना है कि पेरिस पैरालंपिक में हिस्सा लेने का मौका मिलना उनके बचपन के सपने के सच होने जैसा है। उनका कहना है कि एक तेज मगर नाखुश पुरुष होने से ज्यादा बेहतर एक स्लो मगर खुश महिला होना है। वह पैरालंपिक में हिस्सा लेने वाली पहली ट्रांसजेंडर महिला हैं।

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