युवी के 6 छक्के, बॉल आउट में पाकिस्तान पर जीत..., टीम इंडिया के लिए लकी रहा है डरबन का मैदान
IND vs SA 1st T20I: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच चार मैचों की टी-20 सीरीज का आगाज 8 नवंबर (शुक्रवार) से होने जा रहा है। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम इंडिया की निगाहें सीरीज का आगाज जीत के साथ करने पर होंगी। अभिषेक शर्मा, रमनदीप सिंह, नीतीश रेड्डी जैसे युवा प्लेयर्स के पास इस सीरीज में छाप छोड़ने का सुनहरा मौका होगा। सीरीज का पहला मैच डरबन के किंग्समीड मैदान पर खेला जाना है। इस ग्राउंड से भारतीय टीम की काफी अच्छी यादें जुड़ी हुई हैं। साल 2007 में डरबन के इसी ग्राउंड पर टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक जीत का स्वाद चखा था।
डरबन में युवी के छह छक्के
युवराज सिंह के बल्ले से निकले छह छक्के और गेंदबाज का तो नाम आपको बखूबी याद होगा, लेकिन शायद आप ग्राउंड का नाम भूल गए होंगे। आपको बता दें कि युवी के बल्ले से स्टुअर्ट ब्रॉड के खिलाफ छह गेंदों पर लगे 6 सिक्स का गवाह डरबन का यही मैदान बना था। किंग्समीड में ही युवराज ने बल्ले से कोहराम मचाते हुए 12 गेंदों में फिफ्टी ठोक डाली थी। युवराज का यह रिकॉर्ड टी-20 इंटरनेशनल में आजतक नहीं टूट सकता है। युवी की धांसू बल्लेबाजी के बूते टीम इंडिया ने इंग्लैंड के मजबूत बॉलिंग अटैक के सामने स्कोर बोर्ड पर 218 रन टांग दिए थे। सिर्फ युवी ही नहीं, बल्कि गौतम गंभीर और सहवाग ने भी अपनी तूफानी बल्लेबाजी से किंग्समीड में फैन्स का खूब मनोरंजन किया है।
साउथ अफ्रीका-ऑस्ट्रेलिया पर मिली वो यादगार जीत
युवराज सिंह की उस ऐतिहासिक पारी के साथ-साथ भारतीय टीम ने टी-20 वर्ल्ड कप 2007 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया का घमंड भी इसी मैदान पर चकनाचूर किया था। इस मैच में भी युवराज भारतीय टीम के लिए मसीहा बने थे और उन्होंने 30 गेंदों पर 70 रन ठोक डाले थे। ऑस्ट्रेलिया से पहले किंग्समीड के ग्राउंड पर ही रोहित शर्मा की बेहतरीन बल्लेबाजी वर्ल्ड क्रिकेट ने पहली बार देखी थी। आरपी सिंह के बेमिसाल स्पेल के बूते भारत ने साउथ अफ्रीका को उसी के घर में 37 रन से मात दी थी।
पाकिस्तान के खिलाफ टाई मैच में मिली जीत
टी-20 वर्ल्ड कप 2007 के पहले मैच में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को डरबन के इसी मैदान पर बॉल आउट में पटखनी दी थी। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोर बोर्ड पर 9 विकेट खोकर 141 रन लगाए थे, जिसके जवाब में पड़ोसी मुल्क की टीम भी 141 रन ही बना सकी थी। हालांकि, बॉल आउट में भारतीय खिलाड़ियों ने स्टंप पर लगातार निशाना साधते हुए टीम इंडिया को जीत दिलाई थी।