पैरालंपिक का उसैन बोल्ट! लगातार जीते 5 गोल्ड, गर्लफ्रेंड को गोली मार उतारा मौत के घाट
Oscar Pistorius Paralympics: जमैका के धावक उसैन बोल्ट को रफ्तार का सौदागर कहा जाता है। उन्होंने अपने करियर में कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए। जिन्हें तोड़ पाना काफी मुश्किल है। बोल्ट ने 100 मीटर रेस 9.58 सेकंड में पूरा कर विश्व कीर्तिमान बनाया था। बोल्ट के रिटायर होने के बाद भी उनका जलवा ऐसा है कि कई युवा खिलाड़ी उनके जैसा बनने का सपना देखते हैं। पैरालंपिक गेम्स में भी एक ऐसा ही उसैन बोल्ट था, जिसने लगातार 5 गोल्ड मेडल जीतकर सनसनी मचा दी थी। आज आपको उसी स्टार एथलीट के बारे में बताते हैं...
हम बात कर रहे हैं दक्षिण अफ्रीका के पूर्व प्रोफेशनल रनर ऑस्कर पिस्टोरियस की। जो ब्लेड रनर के नाम से मशहूर रहे, लेकिन उनका जीवन विवादों भरा रहा है। यहां तक कि उन पर हत्या का केस भी दर्ज किया गया। पिस्टोरियस पर गर्लफ्रेंड की हत्या का केस दर्ज है। ऑस्कर पिस्टोरियस को गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैंप की हत्या के लिए लगभग नौ साल जेल में बिताने पड़े। जून 2024 में उन्हें पैरोल मिली।
क्या है पूरी कहानी?
ऑस्कर पिस्टोरियस का जन्म जन्मजात बीमारी के साथ हुआ। उन्हें दोनों पैरों में फाइबुलर हेमीमेलिया (फिबुला की जन्मजात बीमारी) थी। जब वह 11 महीने के थे, तो उनके दोनों पैरों को घुटनों और टखनों के बीच से काट दिया गया। इसके बावजूद बड़े होने पर पिस्टोरियस ने हार नहीं मानी। उन्होंने लड़ना सीखा और हर चुनौती को पार करते गए। स्कूल की तीसरी क्लास से ही उन्होंने रग्बी खेलना शुरू कर दिया। इसके बाद 11 से 13 साल की उम्र के बीच उन्होंने वाटर पोलो और टेनिस खेला। उन्होंने क्लब ओलंपिक में कुश्ती में भी हाथ आजमाया। जून 2003 में उन्हें रग्बी खेलने के दौरान घुटने की चोट लगी। जिससे उन्हें बड़ा झटका लगा, लेकिन इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी के करियर को देखते हुए जनवरी 2004 में प्रिटोरिया यूनिवर्सिटी ने उनकी मदद की। यूनिवर्सिटी के हाई परफॉरमेंस सेंटर में रीहैब के दौरान पिस्टोरियस ने दौड़ना सीखा। फिर वे ऐसे दौड़े कि रिकॉर्ड बनाते चले गए। उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
🏃♂️ Oscar Pistorius (atletismo) 🇿🇦
O ex-atleta multimedalhista estava preso até janeiro de 2024, condenado por assassinato da sua namorada, caso muito triste e lamentável.
Na carreira venceu oito medalhas paralimpicas, e disputou os Jogos Olímpicos de Londres 2012 terminou em… pic.twitter.com/nHd81yRA2Z
— Fábio Martins (@fabiomstella) August 21, 2024
फाइनल में झोंकी ताकत
पिस्टोरियस ने टी-44 स्पर्धाओं में हिस्सा लेना शुरू किया। यह घुटने से नीचे विकलांगता की कैटेगरी है। पिस्टोरियस ने एथेंस में 2004 के समर पैरालंपिक्स में हिस्सा लिया और टी-44 में 100 मीटर स्पर्धा में तीसरे स्थान पर रहे। उन्होंने 200 मीटर स्पर्धा के प्रारंभिक दौर में शुरुआती विफलता के बाद शानदार कमबैक किया और फाइनल के लिए क्वालिफाई किया। पिस्टोरियस ने फाइनल में अपनी पूरी ताकत झोंक 21.97 सेकंड के वर्ल्ड रिकॉर्ड टाइम के साथ फाइनल जीता।
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जीते ये मेडल
2004 समर पैरालंपिक में उन्होंने 100 मीटर (T44) में ब्रॉन्ज, 200 मीटर (T44) में गोल्ड जीतकर दुनिया को अपना टैलेंट दिखाया। इसके बाद उन्होंने 2008 पैरालंपिक में 100 मीटर (T44) में गोल्ड, 200 मीटर और 400 मीटर में गोल्ड जीतकर सनसनी मचा दी। अगले ओलंपिक में तो पिस्टोरियस ने मेडल्स की झड़ी लगाकर धूम ही मचा दी। पिस्टोरियस ने 200 मीटर में सिल्वर, 4 × 100 मीटर रिले में गोल्ड और 400 मीटर में गोल्ड जीते। इस तरह पिस्टोरियस ने 3 ओलंपिक में 5 गोल्ड मेडल अपने नाम किए। उन्होंने 2007 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में 100 मीटर दौड़ 10.91 सेकंड में पूरी कर विश्व रिकॉर्ड तोड़ डाला। पिस्टोरियस के नाम पैरालंपिक में छह गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल हैं।
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जब गर्लफ्रेंड की हत्या का लगा केस!
पिस्टोरियस का करियर बेहद शानदार चल रहा था। उनके नाम एक के बाद एक कई रिकॉर्ड दर्ज होते जा रहे थे, लेकिन 14 फरवरी 2013 के दिन पिस्टोरियस ने गर्लफ्रेंड स्टीनकैंप की गोली मारकर हत्या कर दी। स्टीनकैंप मॉडल और लॉ स्कूल ग्रेजुएट थीं। दोनों एक-दूसरे को लंबे समय से डेट कर रहे थे। हालांकि पिस्टोरियस का कहना था कि उन्होंने गलती से स्टीनकैंप को चोर मान लिया था और आत्मरक्षा में उसे गोली मार दी। पिस्टोरियस ने कहा था कि उन्होंने बाथरूम से एक अजीब सी आवाज सुनी थी। जिसके बाद उन्होंने स्टीनकैंप को चोर समझकर गोली मार दी, लेकिन जब उन पर मुकदमा चला तो वकीलों ने दलील दी कि पिस्टोरियस की गर्लफ्रेंड से लड़ाई हो गई थी। उन्होंने जानबूझकर उसे गोली मारी थी। उन्हें गैर इरादतन हत्या का दोषी पाया गया, लेकिन अगले साल ही इस फैसले को पलट दिया गया। इसके बाद उन्हें हत्या का दोषी ठहराया गया। पिस्टोरियस को 13 साल से ज्यादा जेल की सजा सुनाई गई। जनवरी 2024 में पैरोल पर रिहा होने से पहले पिस्टोरियस ने अपनी सजा के लगभग नौ साल जेल में बिताए।
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अब कहां हैं पिस्टोरियस?
पिस्टोरियस अपने अंकल अर्नोल्ड पिस्टोरियस के साथ प्रिटोरिया के उपनगर वाटरक्लोफ में रहते हैं। उनके घर से बाहर निकलने पर बैन है। उन्हें बिना अनुमति के वाटरक्लूफ जिले से बाहर जाने की अनुमति नहीं है। पिस्टोरियस को मीडिया से बात करने की भी अनुमति नहीं है। बता दें कि पेरिस में पैरालंपिक गेम्स की शुरुआत हो चुकी है। इस बार पैरालंपिक में दुनियाभर के 4,400 एथलीट्स हिस्सा ले रहे हैं। भारत के 84 एथलीट्स 12 खेलों में हिस्सा लेंगे। पैरालंपिक गेम्स में रफ्तार के सौदागर रोमांच बढ़ाते नजर आएंगे। ऐसे में रोमांच का ये नजारा देखने लायक होगा। हो सकता है कि खेल के इस महाकुंभ में एक और 'ऑस्कर पिस्टोरियस' देखने को मिले।
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