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HIV पॉजीटिव ने ओलंपिक में जीता गोल्ड मेडल, संक्रमित होने से बाल-बाल बचे एथलीट्स

Paris Olympics 2024 में लिंग विवाद और विनेश फोगाट का मामला खूब सुर्खियां बटोर रहा है। ओलंपिक खेलों का विवादों से पुराना नाता रहा है। इसी ओलंपिक में एक बार ऐसी घटना हो गई थी, जिसे कभी भी भूला नहीं जा सकता है। उस ओलंपिक में एक HIV पॉजीटिव एथलीट ने 4 गोल्ड मेडल जीते थे। इस बीच एक ऐसी भी घटना हो गई थी, जिसमें एथलीट्स के बीच संक्रमण फैलने तक का खतरा पैदा हो गया था।
11:53 AM Aug 10, 2024 IST | mashahid abbas
hiv पॉजीटिव ने ओलंपिक में जीता गोल्ड मेडल  संक्रमित होने से बाल बाल बचे एथलीट्स
Greg Louganis

Paris Olympics 2024 में महिलाओं की स्पर्धा में पुरुष खिलाड़ी को एंट्री देने और विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराए जाने का विवाद खूब सुर्खियां बटोर रहा है। ओलंपिक में विवाद होना कोई पहली बार की घटना नहीं है। ओलंपिक गेम्स का विवादों से पुराना नाता रहा है। इस बीच हम आपको एक ऐसे ओलंपिक की घटना बता रहे हैं, जब एक HIV पॉजीटिव खिलाड़ी ने न सिर्फ टूर्नामेंट में हिस्सा लिया, बल्कि 4 गोल्ड मेडल भी अपने नाम किए। इस एथलीट की एक छोटी सी गलती से कई एथलीट्स के बीच ये संक्रमण फैल सकता था, लेकिन एथलीट्स बाल-बाल बच गए थे।

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इस ओलंपिक में हुई थी ये घटना 

ये घटना वर्ष 1984 और 1988 के ओलंपिक की है। इस ओलंपिक में अमेरिकी एथलीट ग्रेग लुगानिस ने हिस्सा लिया था। वो HIV पॉजिटिव होने के बावजूद ओलंपिक में खेलने के लिए पहुंचे थे। अमेरिकी एथलीट ने न सिर्फ ओलंपिक में प्रतिभाग किया बल्कि डाइविंग के इवेंट में गोल्ड मेडल भी अपने नाम किया। ग्रेग लुगानिस की गिनती दुनिया के महान डाइवर्स में होती है। ग्रेग लुगानिस HIV पॉजीटिव थे, ये बात उन्होंने छिपाए रखी थी। डाइविंग को अलविदा कहने के बाद लुगानिस ने अपने HIV पॉजीटिव होने की बात सार्वजनिक तौर पर स्वीकार की थी, जिसके लिए उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा था।

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संक्रमित होने से बाल-बाल बच गए थे एथलीट्स 

ग्रेग लुगानिस 1988 के ओलंपिक में हिस्सा ले रहे थे। इस ओलंपिक में वह HIV पॉजीटिव थे, जिसके बारे में उन्हें 6 महीने पहले ही जानकारी हो गई थी। लेकिन उन्होंने ये बात सभी से छिपा रखी थी। इस ओलंपिक में डाइविंग करते हुए ग्रेग  का सिर डाइविंग प्लेटफॉर्म से टकरा गया था। इस हादसे में स्वीमिंग पूल के पानी में उनके खून की कुछ बूंद मिल गई थी। इससे ग्रेग काफी सहम गए थे, क्योंकि इस हादसे से स्वीमिंग पूल में उतरे अन्य एथलीट्स के बीच HIV इन्फेक्शन फैलने का खतरा था। ये खुशकिस्मती ही रही कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

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16 साल की उम्र में ओलंपिक में किया डेब्यू

ग्रेग लुगानिस ने महज 10 वर्ष की उम्र से ही डाइविंग करना शुरू कर दिया था। उन्होंने 16 साल की उम्र में 1976 के ओलंपिक में डेब्यू किया था। अपने पहले ही ओलंपिक में ग्रेग लुगानिस ने 10 मीटर प्लेटफॉर्म डाइविंग इवेंट में गोल्ड मेडल जीत लिया था।

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HIV संक्रमित होने के बाद जीते 2 गोल्ड मेडल 

वर्ष 1988 के सिओल ओलंपिक में ग्रेग लुगानिस ने डाइविंग की स्पर्धा में अमेरिका का प्रतिनिधित्व किया था। इस ओलंपिक में ग्रेग HIV पॉजीटिव थे, लेकिन उन्होंने ओलंपिक से अपना नाम वापस नहीं लिया था। इस ओलंपिक में ग्रेग ने 3 मीटर स्प्रिंगबोर्ड और 10 मीटर प्‍लेटफॉर्म इवेंट के अपने टाइटल को डिफेंड करते हुए 2 गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।

आलोचनाओं का करना पड़ा सामना

ग्रेग लुगानिस ने अपने करिअर से रिटायरमेंट लेने के बाद अपने HIV पॉजीटिव होने की बात सार्वजनिक की। इसके बाद उनपर आरोप लगा कि उन्होंने अपने निजी महत्वकांक्षा के चलते दूसरे एथलीट्स की जान खतरे में डाली। इसके लिए उन्हें काफी आलोचना का भी सामना करना पड़ा। इसके बाद ग्रेग लुगानिस को 2012 और 2016 के ओलंपिक में अमेरिकी टीम का मेंटोर बनाया गया। इस दौरान उनपर 'गे' होने का आरोप भी लगता रहा। अब कोचिंग करिअर खत्म होने के बाद ग्रेग लुगानिस समलैंगिक अधिकार और एचआईवी के खिलाफ जागरूकता फैलाने के अभियान में हिस्सा लेते हैं। इसके अलावा उन्होंने ‘टच मी’ और ‘एनकरेज’ जैसी फिल्मों में भी काम किया है।

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