इमान खलीफ ही नहीं इस खिलाड़ी के जेंडर को भी लेकर हुआ था विवाद, गोल्ड जीतकर आलोचकों का मुंह किया था बंद
Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 कई विवादों की वजह से चर्चा में रहा है। इसमें से सबसे बड़ा विवाद दो महिला मुक्केबाजों के जेंडर को लेकर था। अल्जीरिया की इमान खलीफ और ताइवान की लिन यू-टिंग के जेंडर को लेकर काफी ज्यादा विवाद हुआ था। इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन ने दोनों को जेंडर टेस्ट में फेल होने के बाद 2023 में प्रतिबंधित भी कर दिया था। हालांकि ओलंपिक कमेटी ने उन्हें पेरिस में हिस्सा लेने की अनुमति दी थी। इन दोनों खिलाड़ियों के हर मैच के बाद बवाल हुआ था। इमान ने 6 किग्रा कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद टिन ने भी गोल्ड मेडल जीत लिया है।
ताइवान के लिए बना दिया इतिहास
महिलाओं के फेदरवेट डिवीजन में लिन यू टिंग ने ओलंपिक में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। ये ताइवान का बॉक्सिंग में ओलंपिक का पहला गोल्ड मेडल हैं। इससे पहले ताइवान ने बॉक्सिंग में तीन ब्रॉन्ज मिले थे। लिन ने अपना पहला गोल्ड मेडल जीतने के लिए 20 वर्षीय पोलैंड की बॉक्सर जूलिया स्जेरेमेता को हराया था। टॉप सीड टिन ने इस मैच को एकतरफा जीत हासिल की थी।
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चैंपियनशिप बाउट में 28 वर्षीय लिन ने फाइनल मैच में दबदबा बनाया हुआ था। उनके मुक्कों का जूलिया स्जेरेमेता के पास कोई भी जवाब नहीं था। इस मैच में टिंग को लंबाई का काफी ज्यादा फायदा मिला था। वो टिंग को सही से पंच नहीं लगा पा रही थी। इसका नतीजा ये हुआ था कि टिंग ने मैच में जीत हासिल की थी।
टिंग के आंखों में आए आंसू
सोशल मीडिया पर हो रही आलोचना की वजह से लिन यू टिंग काफी ज्यादा भावुक हो गई थी। पोडियम में उनकी आंखों में आंसू थे। इस दौरान उन्होंने कहा था, मेरी 5-0 की जीत सभी को आसान लग रही हैं, लेकिन मैंने इसके लिए कड़ी मेहनत की है। मुझे अच्छा लग रहा है। मैं अभी का धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने मेरा सपोर्ट किया। मैं अपनी टीम और अपने देश ताइवान को भी धन्यवाद कहना चाहती हूं क्योंकि उन्होंने मुझे ताकत दी।
उनकी मां लियाओ शिउ-चेन ने कही ये बात
उनकी मां लियाओ शिउ-चेन ने अपनी बेटी की जीत पर कहा था, 'मैं उन अभी लोगों को धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने मेरी बेटी की मदद की है और उनका सपोर्ट किया है। मुझे तब बहुत गुस्सा आता था, जब लोग उसे परेशान करते थे। लेकिन ये एक यादगार पल है। उसने कई लोगों को प्रेरणा दी है।
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