Paris Olympics: मैगी खाकर काम चलाने को मजबूर भारत का मुक्केबाजी स्टाफ, सामने आई चौंकाने वाली वजह
Paris Olympics 2024 Indian Boxing Staff: पेरिस ओलंपिक्स में भारतीय एथलीट मेडल के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। भारत को अब तक दो मेडल मिल चुके हैं। जिन्हें मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने दिलाया है। भारतीय मुक्केबाज भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं, लेकिन इस बीच भारत के मुक्केबाजी स्टाफ के सामने नई समस्या खड़ी हो गई है।
पर्याप्त पैसा नहीं मिला
भारतीय मुक्केबाजी कोचिंग स्टाफ खेल गांव से बाहर रह रहा है। कुछ रिपोर्ट्स में सामने आया है कि उन्हें खर्चे के लिए पर्याप्त पैसा नहीं दिया गया है। रिपोर्ट्स में भारतीय मुक्केबाजी टीम के एक अधिकारी के बयान का हवाला दिया गया है। जिसमें उन्होंने कहा कि वह सीमित संसाधनों के साथ काम चलाने को मजबूर हैं। उन्हें प्रति व्यक्ति 100 डॉलर दिया जा रहा है। जोकि पेरिस में दो बार के खाने के लिए पर्याप्त नहीं है।
मैगी खाने को मजबूर
पेरिस में खाना काफी महंगा है। इसलिए पास की किराने की दुकान पर जाकर मैगी या ब्रेड-बटर लेकर आते हैं और अपना खाना खुद बनाते हैं। रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) से संबद्ध राज्य इकाइयों के 25 से ज्यादा अधिकारियों को मुक्केबाजी प्रतियोगिता देखने के लिए पेरिस इन्वाइट किया गया है ताकि आगामी बीएफआई चुनावों में इसका फायदा उठाया जा सके। उन्हें अच्छे होटल में ठहराया गया है। आपको बता दें कि मुक्केबाजी प्रतियोगिता 27 जुलाई से 10 अगस्त तक चलेगी।
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चार महिला मुक्केबाज शामिल
भारत की 6 सदस्यीय नेशनल मुक्केबाजी टीम में चार महिला मुक्केबाज शामिल हैं। फिलहाल मुक्केबाजी टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। 51 किग्रा में शामिल अमित पंघाल और महिला 57 किग्रा में शामिल जैस्मीन लैम्बोरिया प्रतियोगिता से बाहर हो गए।
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