Paris Olympics 2024: लक्ष्य सेन ने रचा इतिहास, सेमीफाइनल में जगह बनाने वाले पहले भारतीय शटलर बने
Paris Olympics 2024: बैडमिंटन के क्वार्टर फाइनल मैच में शटलर लक्ष्य सेन का सामना चीनी ताइपे के चोउ टिएन चेन से हुआ। इस मैच में उन्होंने चीनी ताइपे के चोउ टिएन चेन को हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है। लक्ष्य ने चीनी ताइपे के चाउ टिएन चेन को 19-21, 21-15, 21-12 से हराया। इसी के साथ लक्ष्य सेन ओलंपिक में बैडमिंटन स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष शटलर बन गए हैं।
तीसरे सेट में भी दोनों के बीच दिखी कांटे की टक्कर
तीसरे सेट में लक्ष्य सेन और चोउ टिएन चेन के बीच एक तगड़ा मुकाबला देखने को मिला। इस मैच की शुरुआत में लक्ष्य ने बढ़त बना ली थी, लेकिन इसके बाद चोउ टिएन चेन ने वापसी की और कुछ जरूरी पॉइंट हासिल किए। अंत में लक्ष्य ने अपना संयम बनाए रखा और इस सेट के साथ-साथ मैच को अपने नाम कर लिया।
🇮🇳🏸 𝗟𝗜𝗩𝗘 𝗨𝗣𝗗𝗔𝗧𝗘: #Badminton - Men's Singles - Lakshya Sen v Chou Tien Chen
Only 7-7, right now but we feel like we might be in for the match of the century. Both players are playing some fantastic badminton.
👉 𝗙𝗼𝗹𝗹𝗼𝘄 @sportwalkmedia 𝗳𝗼𝗿…
— India at Paris 2024 Olympics (@sportwalkmedia) August 2, 2024
एक-एक पॉइंट के लिए संघर्ष करते दिखे दोनों खिलाड़ी
इस मैच में दोनों ही स्टार्स के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। दोनों ही स्टार एक एक पॉइंट के लिए संघर्ष करते हुए नजर आए। पहले सेट में चीनी ताइपे के चाउ टिएन चेन ने लक्ष्य को कोई भी मौका नहीं दिया और सेट 21-19 से जीत लिया है। लक्ष्य ने इसके बाद दूसरे सेट में वापसी करते हुए 21-15 से जीतकर मैच को बराबरी पर ला दिया।
🇮🇳🔥 𝗦𝗨𝗣𝗘𝗥𝗕 𝗖𝗢𝗠𝗘𝗕𝗔𝗖𝗞! Lakshya Sen wins the second game in some style against Chou Tien Chen, 21-15.
🤔 Can he maintain the momentum and win the decider game?
👉 𝗙𝗼𝗹𝗹𝗼𝘄 @teamindiasports 𝗳𝗼𝗿 𝗲𝘅𝘁𝗲𝗻𝘀𝗶𝘃𝗲 𝗰𝗼𝘃𝗲𝗿𝗮𝗴𝗲 𝗼𝗳 𝗜𝗻𝗱𝗶𝗮𝗻… pic.twitter.com/Aa511mQAI0
— India at Paris 2024 Olympics (@sportwalkmedia) August 2, 2024
बता दें कि इससे पहले स्टार शटलर पीवी सिंधु को प्री-क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। देश को उनसे पदक की सबसे ज्यादा उम्मीद थी। इसके बाद मेंस डबल्स में सात्विक-चिराग की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा था। लक्ष्य ने प्री-क्वार्टर फाइनल में एचएस प्रणय को मात दी थी। इस वजह से वो अब डमिंटन में भारत की आखिरी उम्मीद बने हुए हैं।