56 साल में पहली बार... पेरिस पैरालंपिक्स में भारत ने रचा इतिहास, पढ़िए कैसे चमके भारतीय

Paris Paralympics 2024: पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में अब तक भारत के खाते में कुल 26 मेडल आ चुके हैं। इनमें से 6 गोल्ड, 9 सिल्वर और 11 ब्रॉन्ज मेडल हैं। भारत ने इस बार पैरालंपिक्स में जितने गोल्ड जीते हैं उतने पहले कभी नहीं जीते थे। आइए जानते हैं पेरिस पैरालंपिक्स में कैसा रहा भारत का सफर।

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पेरिस पैरालंपिक्स में भारतीय खिलाड़ियों ने रचा इतिहास। (एएनआई)

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India At Paris Paralympics 2024 : टोक्यो पैरालंपिक्स में सिल्वर मेडल जीतने वाले प्रवीण कुमार ने शुक्रवार को पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में पुरुष हाई जंप टी54 इवेंट में गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। 21 साल के पैरा एथलीट प्रवीण ने फाइनल में 2.08 मीटर की जंप लगाकर एशियाई रिकॉर्ड भी तोड़ा और सोने पर भी कब्जा जमाया। यह पेरिस पैरालंपिक्स में भारत का छठा गोल्ड मेडल है और यह पहली बार है जब इस प्रतियोगिता के किसी एक सीजन में भारत ने पहली बार इतने गोल्ड अपने खाते में डाले हैं। इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक्स में भारतीय खेमे ने पांच गोल्ड मेडल जीते थे।

प्रवीण कुमार ने 1.89 मीटर की जंप के साथ शुरुआत की थी और अपनी पहली कोशिश में सात जंप में सबसे आगे रहकर गोल्ड की रेस में सबसे आगे बने रहे। इसके बाद बार की ऊंचाई बढ़ाकर 2.10 मीटर कर दी गई। प्रवीण ने सीजन में अपनी बेस्ट परफॉरमेंस देते हुए 2.08 मीटर की जंप लगाई थी। दूसरे स्थान पर अमेरिका के डेरेक लोक्सिडेंट रहे जिन्होंने 2.06 मीटर की जंप लगाई थी। वहीं, तीसरे स्थान पर उज्बेकिस्तान के तेमुरबेक गियाजोव रहे जिन्होंने 2.03 मीटर की जंप लगाई। इस तरह प्रवीण कुमार ने स्वर्ण पदक अपनी झोली में डालते हुए देश के लिए छठा गोल्ड जीत इतिहास रच दिया।

अवनि लाई थीं पहला मेडल

इस पैरालंपिक्स में भारत के लिए सबसे पहला गोल्ड मेडल अवनि लेखरा ने जीता था। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर रायफल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। इसी प्रतियोगिता में भारत की मोना अग्रवाल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।

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बैडमिंडन में भी जीता गोल्ड

भारत को दूसरा गोल्ड बैडमिंटन में मिला जब कुमार नितेश ने पुरुषों की सिंगल्स एसएल3 इवेंट में जीत हासिल की। पिछले पैरालंपिक्स में भी इस इवेंट का गोल्ड भारत को ही मिला था। तब भारत की ओर से प्रमोद भगत ने सोने पर कब्जा जमाया था।

तीसरा गोल्ड भाला फेंक में

तीसरा गोल्ड मेडल भारत की झोली में डाला सुमित अंतिल ने। सुमित ने जैवलिन थ्रो यानी भाला फेंक प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने 70.59 मीटर दूर भाला फेंककर इतिहास रचा। पिछले पैरालंपिक्स गेम्स में भी सुमित ने गोल्ड जीता था।

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आर्चरी में पहला गोल्ड जीता

हरविंदर सिंह ने आर्चरी इवेंट में भारत को पैरालंपिक्स के इतिहास में पहला गोल्ड दिलाया। हरविंदर का मेडल भारत की झोली में आया चौथा गोल्ड मेडल रहा। इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक्स में हरविंदर सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया था।

धरमबीर जीते पांचवां गोल्ड 

पेरिस पैरालंपिक्स में एथलेटिक्स के तहत आने वाले क्लब थ्रो एफ51 इवेंट में धरमबीर नैन ने सोना जीता। 34.92 मीटर का थ्रो फेंककर उन्होंने एशियाई रिकॉर्ड बनाया। यह गोल्ड पेरिस पैरालंपिक्स में भारत के खाते में आया पांचवां स्वर्ण पदक रहा।

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