पेरिस पैरालंपिक में जमीन पर सोने को मजबूर है स्टार एथलीट, प्रशासन ने नहीं दिया बेड

Paris Paralympics 2024: पेरिस पैरालंपिक 2024 से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पर ईरान के खिलाड़ी के पास सोने के लिए बेड नहीं है। इस वजह से एथलीट को फ्लोर पर सोना पड़ रहा है। ईरान वॉलीबॉल की टीम के हेड कोच ने भी इस बात की पुष्टि की है।

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Morteza Mehrzad: पेरिस पैरालंपिक 2024 की शुरुआत हो गई है। इसी बीच दुनिया के दूसरे सबसे लंबे आदमी को पेरिस के पैरालंपिक विलेज में फर्श पर सोने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इस एथलीट का नाम मोर्टेजा मेहरजाद है। वो ईरान वॉलीबॉल की टीम के सदस्य हैं। उन्होंने दो बार पैरालंपिक में गोल्ड जीता है।

जानें क्या है पूरा मामला

मोर्टेजा मेहरजाद 8 फीट 0.85 इंच लंबे हैं। वो दुनिया के सबसे लंबे आदमी सुल्तान कोसेन से कुछ ही कम है। उनकी लंबाई 8 फीट 2.82 इंच है। पेरिस पैरालंपिक में उनकी हाइट के हिसाब से बेड नहीं है। टोक्यों में उनके लिए अलग से बेड बनाया गया था। 36 वर्षीय मेहरजाद का जन्म एक्रोमेगाली नामक दुर्लभ बीमारी चिकित्सीय स्थिति के साथ हुआ था। जिस वजह से उनकी हाइट इतनी ज्यादा है।

 

इसी वजह से वो 16 साल उम्र में 6 फिट से ज्यादा लंबे हो गए थे। जब मेहरज़ाद 15 वर्ष के थे तो उन्हें पेल्विक फ्रैक्चर हो गया था, जिस वजह से उनका दाहिना पैर उनके बाएं पैर से 15 सेमी छोटा हो गया था। ईरान के मुख्य कोच हादी रेज़ाई ने उन्हें 2011 में एक रियलिटी शो में देखा था। इसके बाद उन्हें टीम में मौका दिया था। तब से उन्होंने दो पैरालंपिक गोल्ड और दो वर्ल्ड चैंपियनशिप अपने नाम कर चुके हैं।

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हेड कोच ने कही ये बात

Olympics.com से बात करते हुए ईरान के हेड कोच हादी रेज़ाई ने कहा, 'हां ये सच है कि टोक्यो में उसे स्पेशल बेड मिला था, लेकिन दुर्भाग्य से यहां ऐसा नहीं हुआ है। इस वजह से उसे फ्लोर पर सोना पड़ रहा है। उसके लिए यहां पर कोई स्पेशल बेड नहीं है। लेकिन उसके दिमाग में अभी इससे ज्यादा बड़ा मकसद है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि उसे फ्लोर पर सोना पड़ रहा है या उसे अच्छे खाना नहीं मिल रहा है। वो यहां पर चैंपियन बनने आया है।' बता दें कि ईरान ने पिछले नौ पैरालंपिक सिटिंग वॉलीबॉल टूर्नामेंट में से सात में जीत हासिल की है।

 

उन्होंने आगे कहा, "मोर्टेज़ा को हमारी टीम का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी माना जा सकता है। अगर आप मोर्टेजा को देखें जब वह 12 साल का था, तब किसी ने उसके बारे में किसी ने कुछ नहीं सोचा था। अब जब वो वॉलीबॉल खिलाड़ी बन गया है तो दुनिया भर में हर कोई उसे जानता है और उसका सम्मान करता है।

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