140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों को फिर कुचल गए कोहली-रोहित! कब खत्म होगा यह फ्लॉप शो का सिलसिला
Kohli-Rohit Poor Form: बेंगलुरु, पुणे और फिर वानखेड़े। मैदान बदला, तारीख बदली, मगर कुछ नहीं बदला तो वो है रोहित शर्मा और विराट कोहली की खराब फॉर्म। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में जब-जब टीम इंडिया मझधार में फंसी यह दोनों बल्लेबाज पल्ला झाड़कर पवेलियन लौट गए। रोहित का टेस्ट को टी-20 फॉर्मेट समझकर खेलना हर बार टीम को भारी पड़ा। वहीं, रनों की चाहत में किंग कोहली ने ऐसी बचकानी हरकतें की, जिसकी उम्मीद शायद इतने बड़े बल्लेबाज से तो नहीं की जाती है।
कोहली-रोहित फिर फ्लॉप
वानखेड़े के मैदान पर न्यूजीलैंड ने भारत के सामने जीत के लिए 147 रन का लक्ष्य रखा। टेस्ट का तीसरा ही दिन था और पिच में काफी घुमाव भी था। यानी क्रीज पर आंखें जमाकर और संभलकर खेलने में ही भलाई थी। मगर यह बात हमारे कप्तान साहब को कहां समझ आती है। रोहित ने मैदान पर आते ही चार्ज लेने की कोशिश की और एक के बाद एक बड़े शॉट लगाने का प्रयास किया। दो बाउंड्री भी उनके बल्ले से निकली, लेकिन अंत में वही हुआ जिसका डर था। एक शॉट को रोहित ठीक तरह से टाइम नहीं कर पाए और गेंद को हवा में खेल बैठे। फील्डर ने आसान सा कैच पकड़ा और हिटमैन हिटिंग करने के चक्कर में एक बार फिर अपना विकेट गंवा बैठे।
रोहित के आउट होने के बाद जल्द ही शुभमन गिल भी पवेलियन लौट गए। इसके बाद क्रीज पर उतरे सबसे अनुभवी टेस्ट बल्लेबाज विराट कोहली। वानखेड़े के मैदान पर कोहली का दमदार रिकॉर्ड देखकर हर किसी को उनसे बड़ी उम्मीदें थीं। मगर विराट एजाज पटेल की गेंद को ठीक तरह से डिफेंस भी नहीं कर सके। बॉल कोहली के ग्लव्स को टच करके सीधा डेरिल मिचेल के हाथों में समां गई। विराट सिर्फ एक ही बनाकर चलते बने।
ऐसा कैसे चलेगा?
विराट कोहली और रोहित शर्मा भारतीय टीम के दो सबसे अनुभवी बल्लेबाज हैं। कहने का मतलब यह है कि इन दोनों से बड़े मैचों में या फिर मुश्किल हालातों में बड़ी पारी की उम्मीद की जाती है। हालांकि, ना तो रोहित यह काम कर पा रहे हैं और ना ही कोहली 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों पर इन दिनों खरा उतर रहे हैं। एक या दो मौके को छोड़ दें, तो विराट-रोहित जिन गेंदों पर अपना विकेट देकर चलते बने वो बेहद साधारण बॉल थीं। घर में तो कोहली-रोहित अपनी खोई हुई फॉर्म हासिल नहीं कर सके। अब ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाना है, जहां यह दोनों दिग्गज बल्लेबाज घटे हुए आत्मविश्वास के साथ फ्लाइट में बैठेंगे। वहां भी अगर रोहित-कोहली का यह हाल हुआ, तो कंगारू सरजमीं को लगातार तीसरी बार फतह करने का सपना महज सपना बनकर रह जाएगा।