Shikhar Dhawan Divorce Story: शिखर धवन ने आज क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके क्रिकेट की दुनिया को अलविदा कहा और अपने फैंस को सदमे में डाल दिया। शिखर धवन काफी समय से टीम इंडिया से बाहर थे। उन्होंने आखिरी मैच बांग्लादेश के खिलाफ दिसंबर 2022 में खेला था। इसके बाद अभी तक भी क्रिकेट के ग्रांउड में 'गब्बर' के बल्ले की दहाड़ सुनने को नहीं मिली।
अब उन्होंने अचानक संन्यास का ऐलान कर दिया, लेकिन क्या आप जानते हैं कि शिखर धवन की निजी जिंदगी में भी लंबे समय तक काफी उथल पुथल मची। गत अक्टूबर 2023 में उनके तलाक के केस का फैसला आया और उनकी 8 साल की शादी खत्म हो गई। कोर्ट ने 'क्रूरता' के आधार पर उनका तलाक मंजूर किया, लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ था? जो उनके रिश्ते में इतनी खटास आ गई कि उन्हें खुद तलाक का केस फाइल करना पड़ा, आइए जानते हैं...
बेटे के जन्म के बाद खराब हुए पत्नी से रिश्ते
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शिखर और आयशा की मुलाकात फेसबुक पर हुई थी। आयशा किक बॉक्सर और तलाकशुदा थीं। 2 बेटियों की मां भी थीं, लेकिन शिखर ने उन्हें स्वीकार किया। दोनों ने साल 2009 में सगाई की। शिखर अपने से 10 साल बड़ी आयशा से साल 2012 में शादी की, लेकिन यह शादी एक साल भी सही नहीं चली। आयशा ने शिखर से भारत में रहने का वादा किया था, लेकिन शादी के बाद वह ऑस्ट्रेलिया जाकर रहने लगी।
शिखर के बेटे जोरावर का जन्म भी नहीं हुआ था, लेकिन शिखर उसके साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाए। इस बीच दोनों के रिश्ते में खटास और तल्खियां बढ़ गईं। सितंबर 2021 में आयशा ने अचानक शिखर धवन से अलग होने का फैसला ले लिया, लेकिन वह शिखर को बेटे जोरावर से मिलने नहीं देती थी। इससे तंग आकर मार्च 2023 में शिखर ने कोर्ट में तलाक का केस दायर किया और बेटे की कस्टडी मांगी। कानूनी कार्रवाई के बाद शिखर को तलाक तो मिल गया, लेकिन बेटे की कस्टडी नहीं मिल पाई।
न रिश्ता बचा और न ही बेटे की कस्टडी मिली
मीडिया रपोर्ट के अनुसार, शिखर धवन करीब 8 साल शादीशुदा रहे। इस 8 साल में उन्होंने पत्नी आयशा, उनकी दोनों बेटियों की पूरी जिम्मेदारी उठाई। क्योंकि आयशा तीनों बच्चों के साथ ऑस्ट्रेलिया में रहती थी, इसलिए उन्होंने वहां प्रॉपर्टी भी खरीदी थी, लेकिन रिश्ते में तनाव के चलते उन्होंने आयशा के नाम प्रॉपर्टी करने से इनकार कर दिया। शायद शिखर और आयशा के बीच तल्खियों की एक वजह यह भी थी, लेकिन शिखर ने तलाक के केस और बेटे की कस्टडी को लेकर चली कानूनी लड़ाई में मानसिक प्रताड़ना झेली। काफी कोशिशों के बाद भी वे हार गए। न रिश्ता बचा पाए और न बेटे की कस्टडी मिली। दिल्ली में पटियाला हाउस स्थित फैमिली कोर्ट ने 4 अक्टूबर 2023 के उनका तलाक मंजूर कर लिया।