IND vs AUS: मेलबर्न में आसान नहीं टीम इंडिया की राह, बॉक्सिंग-डे टेस्ट में बिगड़ ना जाए कहानी!
IND vs AUS 4th Test: बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 1-1 की बराबरी पर खड़ी है। गाबा में खेला गया सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा। चौथे टेस्ट मैच अब मेलबर्न के मैदान पर खेला जाना है। सीरीज के लिहाज से यह टेस्ट मैच काफी अहम रहने वाला है। हालांकि, बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन की वजह से रोहित की सेना दबाव में है। पर्थ की दूसरी इनिंग को छोड़कर बाकी सभी पारियों में टीम इंडिया का बैटिंग ऑर्डर बुरी तरह से संघर्ष करता नजर आया है। बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच की मेजबानी मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड करेगा। भारतीय टीम को यह मैदान कुछ खास रास नहीं आता है। रोहित की पलटन का मेलबर्न में रिकॉर्ड भी कोई बहुत खुश करने वाला नहीं रहा है।
मेलबर्न में कैसे बनेगी बात?
भारतीय टीम क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में मेलबर्न का मैदान रास नहीं आता है। इस ग्राउंड पर टीम इंडिया ने अब तक कुल मिलाकर 14 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान टीम को सिर्फ 4 में ही जीत नसीब हो सकी है। वहीं 8 मैचों में टीम इंडिया ने इस ग्राउंड पर हार का मुंह देखा है, जबकि दो मैचों का अंत ड्रॉ के रूप में हुआ है। बॉक्सिंग-डे टेस्ट से पहले यह रिकॉर्ड टीम इंडिया की टेंशन बढ़ाने वाला है।
There is no substitute for hard work.
The relentless effort behind the scenes translates into success on the field. The Indian bowlers are ticking every box as we get ready for the Boxing Day Test 🔥🔥#AUSvIND #TeamIndia pic.twitter.com/ikNQjJz77b
— BCCI (@BCCI) December 21, 2024
हालांकि, भारतीय खेमे के लिए अच्छी खबर यह है कि पिछले दोनों दौरे पर मेलबर्न के मैदान पर टीम इंडिया ने जीत का स्वाद चखा है। साल 2018 में विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने बाजी मारी थी, तो 2020 में अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में भारत की युवा ब्रिगेड ने कंगारुओं को चारों खाने चित किया था।
2020 में लाजवाब रहा था प्रदर्शन
साल 2020 में भारतीय टीम मेलबर्न के मैदान पर आखिरी टेस्ट मैच खेलने उतरी थी। इस मुकाबले में टीम इंडिया का प्रदर्शन जोरदार रहा था। कप्तान अजिंक्य रहाणे का बल्ला जमकर बोला था और उन्होंने शतकीय पारी खेली थी। वहीं, रविंद्र जडेजा ने भी जोरदार अर्धशतक जमाया था। पहली पारी में बुमराह और अश्विन की जोड़ी ने गेंद से कमाल दिखाया था, तो दूसरी इनिंग में सिराज और अश्विन-जडेजा की जोड़ी का जादू सिर चढ़कर बोला था।
हालांकि, इस बार कहानी काफी अलग है। बल्लेबाजों की खराब फॉर्म चिंता का विषय बनी हुई है, तो गेंदबाजी में भी जसप्रीत बुमराह ही अकेले लड़ाई लड़ते हुए दिखाई दिए हैं। बॉक्सिंग-डे टेस्ट में अगर टीम इंडिया को साल 2020 वाला प्रदर्शन दोहराना है, तो कोहली-रोहित को बल्ले से जिम्मेदारी संभाली होगी। वहीं, बॉलिंग में सिराज, आकाशदीप को बुमराह का साथ निभाना होगा।