जो 35 साल में नहीं हुआ वो रोहित की कप्तानी में होगा, इस वजह से खास होगी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज
Border Gavaskar Trophy: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर से बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का आगाज होने जा रहा है। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम कंगारू सरजमीं पर जीत की हैट्रिक लगाने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। पिछले दो दौरे पर टीम इंडिया का प्रदर्शन लाजवाब रहा है और दोनों ही बार इंडियन टीम ने ऑस्ट्रेलिया के घमंड को चकनाचूर किया है। हालांकि, इस बार की सीरीज बेहद खास होने वाली है। बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में जो पिछले 35 साल में नहीं हो सका वो रोहित शर्मा और पैट कमिंस की कप्तानी में होगा।
क्यों खास होगी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज?
दरअसल, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 35 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में कुल पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे। इससे पहले साल 1991-92 में दोनों देशों के बीच पांच मैचों की सीरीज खेली गई थी। यानी रोहित शर्मा और पैट कमिंस 35 साल बाद वो कप्तान बनेंगे, जिनकी अगुवाई में भारत-ऑस्ट्रेलिया पांच मैचों की सीरीज में एक-दूसरे से भिड़ती हुई नजर आएंगी। पिछली बार जब दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की सीरीज खेली गई थी, तो कंगारू टीम का बोलबाला रहा था। ऑस्ट्रेलिया ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम को 4-0 से रौंदा था। टीम इंडिया सीरीज का एक मुकाबला बड़ी मुश्किल से ड्रॉ कराने में सफल रही थी।
The battle lines will be drawn again 🤜🤛
The Border-Gavaskar Trophy will be contested across a five-match Test series when India tour Australia later this year 🤩#WTC25 | ➡ https://t.co/OONch1OnSL pic.twitter.com/LdcgMKzUCC
— ICC (@ICC) March 26, 2024
जीत की हैट्रिक लगाने को बेताब टीम इंडिया
ऑस्ट्रेलिया के पिछले दो टूर पर टीम इंडिया का प्रदर्शन कमाल का रहा है। 2018 में विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने जबरदस्त खेल दिखाते हुए पहली बार कंगारुओं को उन्हीं के घर में चारों खाने चित किया था। इंडियन टीम ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज को 2-1 से अपने नाम किया था। इसके बाद साल 2020-21 में अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में भारत की युवा टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कंगारुओं को पूरी तरह से हैरान कर दिया था। एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में सिर्फ 36 रन पर ऑलआउट होने के बाद भारतीय टीम ने शानदार कमबैक करते हुए सीरीज को 2-1 से जीता था। मेलबर्न में कप्तान रहाणे के बल्ले से शतक निकला था, तो गाबा में शुभमन गिल, पुजारा और पंत ने मिलकर ऐतिहासिक जीत की कहानी लिखी थी।