विनोद कांबली ने कबूला कपिल देव का ऑफर, अब संवरेगी सचिन के दोस्त की जिंदगी
Vinod Kambli: एक समय भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारे रहे विनोद कांबली की जिंदगी एक बार फिर सुर्खियों में है। 1983 वर्ल्ड कप के हीरो कपिल देव और उनकी टीम ने कांबली की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है, लेकिन इसके लिए उन्हें एक बड़ा फैसला लेना होगा। 15वीं बार रिहैब में जाने के लिए तैयार कांबली ने अपनी आर्थिक और शारीरिक स्थिति को लेकर बड़ा खुलासा किया है। क्या कांबली इस बार अपनी लत को हमेशा के लिए छोड़ पाएंगे? क्या उनका परिवार और दोस्तों का साथ उन्हें नया जीवन देगा?
कांबली ने कपिल देव की कौनसी बात मान ली
पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली ने कपिल देव और 1983 विश्व कप विजेता टीम का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है और 15वीं बार रिहैब जाने को तैयार हैं। कपिल देव और उनकी टीम ने कांबली को मदद का भरोसा दिया था, लेकिन शर्त यह थी कि कांबली को रिहैब में भर्ती होना पड़ेगा। कांबली ने अपने पूर्व साथी खिलाड़ी के सुझाव का स्वागत किया और कहा कि जब तक उनका परिवार उनके साथ है, उन्हें किसी चीज का डर नहीं। कांबली ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है और वह सिर्फ बीसीसीआई से मिलने वाली ₹30,000 की पेंशन पर निर्भर हैं। दो बच्चों की देखभाल के लिए संघर्ष करते हुए, उन्होंने कहा कि अगर इससे उनकी शारीरिक और आर्थिक स्थिति सुधरती है, तो वह रिहैब जाने के लिए तैयार हैं।
कांबली को भरोसा है कि BCCI उनकी मदद के लिए आगे आएगा
कांबली को हाल ही में एक स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद वह खबरों में आए। रामाकांत आचरेकर की मेमोरियल सेवा के दौरान उनकी स्थिति ने कई लोगों का ध्यान खींचा। इसके बाद 48 घंटे के भीतर भारतीय क्रिकेट जगत ने उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाया। कपिल देव के साथ-साथ उनके करीबी दोस्त अजय जडेजा और BCCI से जुड़े अबे कुरुविला भी कांबली के संपर्क में हैं। कांबली को भरोसा है कि जरूरत पड़ने पर BCCI उनकी मदद के लिए आगे आएगा, जैसा कि उन्होंने अंशुमान गायकवाड़ के इलाज के लिए इस साल ₹1 करोड़ जारी किए थे।
कांबली ने माना कि उनकी परेशानियों की जड़ शराब की लत थी
कांबली ने स्वीकार किया कि उनकी परेशानियों की जड़ शराब की लत थी, लेकिन उन्होंने बताया कि पिछले छह महीनों से उन्होंने शराब और सिगरेट को पूरी तरह छोड़ दिया है। उनका कहना है कि उन्होंने यह बदलाव अपने बच्चों के लिए किया है। उनके करीबी दोस्त और पूर्व अंपायर मार्कस कूटो ने भी इस बात की पुष्टि की। कांबली ने कहा, "अब मैंने सब कुछ छोड़ दिया है और अपने परिवार के लिए एक बेहतर जिंदगी की ओर बढ़ रहा हूं।"