AUS vs IND: गलती तुम्हारी नहीं है विराट, वक्त ही खराब है, सबकुछ करके भी विकेट नहीं बचा सके किंग कोहली
Virat Kohli IND vs AUS: कहते हैं जब वक्त खराब चल रहा हो, तो हर प्रयास विफल हो जाता है। किस्मत रुठी हुई तो सफलता हाथ आते-आते फिसल जाती है। कुछ ऐसी की कहानी इन दिनों विराट के साथ घट रही है। कोहली सबकुछ कर रहे हैं, लेकिन खराब किस्मत उनका पीछा नहीं छोड़ रही है। पर्थ टेस्ट की पहली पारी में विराट ने अपना विकेट बचाने के लिए हर वो काम किया, जो किंग कोहली कर सकते थे। विराट क्रीज से थोड़ा बाहर निकलकर खेल रहे थे ताकि बॉल को स्विंग होने से रोक सकें।
कोहली हर गेंद का सामना करने के लिए बल्ले को हर बार आगे रखने का प्रयास कर रहे थे। स्टंप को कवर करते हुए विराट मिडिल पर पड़ रही गेंद को लेग साइड की तरफ खेलने की कोशिश कर रहे थे। बल्ले और गेंद का अच्छा संपर्क भी हो रहा था। कोहली बड़ी पारी खेलने के मूड में थे, लेकिन किस्मत के आगे टीम इंडिया का किंग एक बार फिर हार गया।
सबकुछ करके भी विकेट नहीं बचा सके कोहली
ऑफ स्टंप से बाहर जाती हुई गेंद को विराट खेलने से पूरी तरह से बच रहे थे। कोहली के इरादे देखकर लग रहा था कि वह ड्रेसिंग रूम से तय करके आए हैं कि आज बड़ी पारी खेलकर ही लौटेंगे। हर शॉट में वो कॉन्फिडेंस नजर आ रहा था और हर एक रन में खुद को साबित करने की जिद। हालांकि, किस्मत ने एक बार फिर कोहली को धोखा दे दिया। जोश हेजलवुड के हाथ से ऐसी गेंद निकली, जिस पर कोहली चाहकर भी अपना विकेट नहीं बचा सके।
हेजलवुड की गेंद अचानक से इतनी उछली कि कोहली खुद को बॉल की लाइन से अलग ही नहीं कर सके। हेजलवुड की यह गेंद इतनी शानदार थी कि इस पर विराट ही नहीं, बल्कि दुनिया का कोई भी इनफॉर्म बल्लेबाज अपना विकेट गंवा देता। कोहली के हाव-भाव देखकर साफतौर पर लग रहा था कि उनको कम से कम इस गेंद की उम्मीद नहीं थी। हेजलवुड की गेंद ने कोहली के बल्ले का अंदरूनी किनारा लिया और स्लिप में उस्मान ख्वाजा ने कोई गलती नहीं की। 12 गेंदों का सामना करने के बाद विराट को सिर्फ 5 रन बनाकर भारी कदमों के साथ पवेलियन लौटना पड़ा।
भारतीय बल्लेबाजों का हाल बेहाल
पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में भारतीय बैटिंग ऑर्डर बुरी तरह से फ्लॉप रहा। यशस्वी जायसवाल और देवदत्त पडिक्कल बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। वहीं, केएल राहुल क्रीज पर कुछ देर संघर्ष करने के बाद गलत फैसले का शिकार हुए। ध्रुव जुरैल भी बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और महज 11 रन बनाकर चलते बने। ऋषभ पंत ने शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वह 37 रन बनाने के बाद अपना विकेट गंवा बैठे।