इन 5 भारतीय दिग्गजों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला अपना आखिरी टेस्ट
01:20 PM Dec 19, 2024 IST | Ashutosh Ojha
टेस्ट क्रिकेट में विदाई का पल हर खिलाड़ी के लिए बेहद खास और भावुक होता है। कुछ भारतीय क्रिकेटरों की विदाई इस खेल में एक अनोखी कहानी जोड़ती है, क्योंकि उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया जैसी दिग्गज टीम के खिलाफ खेला। ये पल न केवल उनके करियर का अंत था, बल्कि उनके संघर्ष, मेहनत और खेल के प्रति जुनून की आखिरी झलक भी दिखाता है। कौन थे ये खिलाड़ी, जिन्होंने क्रिकेट के सबसे बड़े मंच पर अपनी अंतिम छाप छोड़ी? और क्या उनके बाद भी ऐसा कोई खिलाड़ी होगा? आइए जानते हैं...
कपिल देव, भारत के सबसे बड़े ऑलराउंडर और 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान, ने 1994 में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला। कपिल ने अपने करियर में 434 विकेट और 5,000 से ज्यादा रन बनाए। उनका यह मैच ड्रॉ रहा, लेकिन भारतीय क्रिकेट में उनकी उपलब्धियां आज भी याद की जाती हैं।
"लिटिल मास्टर" सुनील गावस्कर ने 1987 में बेंगलुरु में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला। उन्होंने खराब पिच पर 96 रनों की शानदार पारी खेली। भले ही भारत यह मैच हार गया, लेकिन 10,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बनने का उनका रिकॉर्ड आज भी खास है।
अनिल कुंबले, भारत के सबसे महान स्पिनर और 619 विकेटों के साथ टेस्ट में भारत के सफल गेंदबाज हैं। उन्होंने 2008 में दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने करियर को अलविदा कहा। चोट के बावजूद उन्होंने अपनी टीम की कप्तानी की थी।
आर. अश्विन ने 2024-25 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा। हालांकि वे उस मैच में नहीं खेले, लेकिन उन्होंने अपने करियर में 537 विकेट और 3,500 से ज्यादा रन बनाए। अश्विन भारतीय टीम के सबसे कामयाब गेंदबाजों में से एक है।
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