माफिया मुख्तार अंसारी की मौत पर सियासत, विपक्ष उठा रहा सवाल
Mukhtar Ansari Death: पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार को मौत हो गई ।मुख्तार अंसारी की मौत पर सियासत भी शुरू हो गई है। माफिया मुख्तार की मौत के बाद कई राजनेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है। मुख्तार की मौत पर सवाल उठाए है ।
अखिलेश ने उठाए सवाल
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी की जेल में मौत को लेकर प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए हैं। अखिलेश ने मामले की जांच सर्वोच्च न्यायालय के जज की निगरानी में किए जाने की मांग की है । सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा कि मुख्तार की मौत संदेह के घेरे में है ।इसकी जांच होनी चाहिए । जेल में किसी की भी मौत होती है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार की है ।
आरोपों की उच्च स्तरीय जांच जरूरी
बसपा सुप्रीमों मायावती ने भी मुख्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर सवाल उठाए । मायावती ने कहा कि उनके परिवार ने जो आशंका जताई है और आरोप लगाए है उनकी उच्च स्तरीय जांच जरूरी है जिससे सही तथ्य सामने आ सकें ।
तेजस्वी यादव ने भी उठाए सवाल
राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा ,मुख्तार अंसारी की मौत दुखद है, उन्होंने जेल में जहर देने की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। वहीं हाल ही में कांग्रेस का दामन थामने वाले पप्पू यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल खड़ा करते हुए इसे हत्या बताया ।
मुख्तार के परिजनों ने धीमा जहर देने का लगाया था आरोप
बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। बतादें कि मुख्तार के परिजनों ने मुख्तार को धीमा जहर देने जैसे आरोप लगाए थे। जिसको लेकर बाराबंकी के एमपी-एमएलए कोर्ट में मुख्तार अंसारी के वकील की तरफ से कोर्ट में लिखित एप्लीकेशन भी दी गई थी। इसमें जेल में बंद अंसारी को धीमा जहर देने की शिकायत की गई थी ।मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने बांदा के डीएम को पत्र लिखकर मांग की है कि उनके पिता का पोस्टमॉर्टम दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से कराया जाए। उनके परिवार को बांदा की चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है।