होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

UP में 35 कुंवारी लड़कियों के प्रेग्नेंट होने का क्या है सच? सामने आई ये वजह

वाराणसी यूपी के एक गांव में 35 से ज्यादा कुंवारी लड़कियों के प्रेग्नेंट होने की खबर ने उनके मां-बाप को चौंका कर रख दिया है, मगर इसकी सच्चाई जानकर आप हैरान हो जाएंगे।
09:38 PM Nov 11, 2024 IST | Ankita Pandey
Pregnant women
Advertisement

वाराणसी से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने एक बार फिर सरकारी विभागों की लापरवाही को उजागर किया है। वैसे तो हम अक्सर सरकारी विभागों की लापरवाही के बारे में सुनते रहते हैं, लेकिन इस बार जो गड़बड़ी की गई है, वो आपको हैरान कर देगी। रमना गांव की  लगभग 35 से अधिक कुंवारी महिलाओं को आंगनबाड़ी की तरफ से एक मैसेज आता है, जिसमें उनको एक गर्भवती महिलाओं के तौर पर रजिस्टर कर दिया गया है। आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है?

Advertisement

आंगनबाड़ी की बड़ी लापरवाही

जैसे कि हम जानते हैं कि सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों को अपने काम के लिए सही तरह से ट्रेनिंग दी जाती है। ऐसे में भी वे कुछ ऐसी गलतियां कर जाते हैं, जिसे नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। दीपावली के समय वाराणसी के रमना गांव की रहने वाली 35 से ज्यादा महिलाओं के मोबाइल पर एक मैसेज आया, जिसमें लिखा था कि उनका नंबर एक गर्भवती महिला के तौर पर रजिस्टर कर दिया गया है। हालांकि विभाग ने तुरंत इस पर एक्शन लिया और जिम्मेदार कर्मचारियों को नोटिस दिया गया।

Pregnant women

विभाग ने की जांच

बता दें कि इस मामले की शिकायत होने से पहले ही विभाग ने इस कार्रवाई की। एबीपी न्यूज से बात करते हुए वाराणसी के मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि वाराणसी के रमना गांव जानकारी सामने आई कि वहां कुछ किशोरियों का रजिस्ट्रेशन गर्भवती महिला के तौर पर कर दिया गया था।

Advertisement

जब विभाग ने इस मामले की जांच की तो एक महिला का नाम सामने आया, जो आंगनवाड़ी में गर्भवती महिलाओं, बच्चों को पौष्टिक आहार देने के अलावा BLO का भी कार्य करती है। इसके योजना तहत आंगनबाड़ी महिलाएं घर-घर जाकर गांव में रहने वाले परिवार के सदस्यों का आधार कार्ड और फॉर्म इकट्ठा करती हैं।

इस दौरान आंगनबाड़ी कर्मचारियों ने गलती से आधार नंबर और सारे फॉर्म आपस में बदल गए। इस कारण ये गलती हो गई, हालांकि इसे तुरंत सुधार लिया गया और इसके लिए जिम्मेदार कर्मचारियों को नोटिस भी जारी किया गया।

यह भी पढ़ें - मां-बाप गोरे… ‘बच्चा काला’ क्यों? इसकी वजह है ये एक मेडिकल कंडीशन

Open in App
Advertisement
Tags :
TrendingVaranasiVaranasi NewsViral
Advertisement
Advertisement