आगरा में खुले आसमान के नीचे, सड़क किनारे महिला ने बच्चे को दिया जन्म, अस्पताल ने भर्ती करने से किया था इनकार
Agra Viral Video : आगरा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक महिला ने ना सिर्फ खुले आसमान के नीचे बल्कि चलती सड़क के बगल में बच्चे को जन्म दिया है। बताया जा रहा है कि अस्पताल ने महिला को भर्ती करने से इनकार कर दिया था। अब सड़क किनारे में बच्चे को जन्म देती महिला का वीडियो वायरल हो रहा है और लोग सरकार से पूछ रहे हैं कि कहां है स्वास्थ्य विभाग?
मामला आगरा से सटे फतेहपुरसीकरी का बताया जा रहा है। यहां ताजुद्दीन नाम के शख्स की पत्नी को हाईवे किनारे खुले में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा क्योंकि फतेहपुरसीकरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर ने महिला को भर्ती करने से इनकार कर दिया था। प्रसव पीड़ा के बाद ताजुद्दीन की पत्नी को सुबह साढ़े चार बजे अस्पताल लेकर गए लेकिन डॉक्टर ने यह कहकर डिलीवरी कराने से मना कर दिया था कि महिला में ब्लड की कमी है।
इसे ताजुद्दीन और उनके परिजन परेशान हो गए और फिर महिला चिकित्सक ने ब्लड की कमी बताते हुए उसे आगरा अथवा भरतपुर ले जाने की सलाह दी। बार-बार कहे जाने के बाद भी डॉक्टर ने महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं किया, इसके बाद ताजुद्दीन अपनी गर्भवती पत्नी रुखसाना को बाइक से लेकर ANM मंजूरानी के पास जाने लगे। हैरानी की बात है कि रुखसाना के लिए एंबुलेंस की भी व्यवस्था नहीं हो पाई।
यूपी के आगरा में मुस्लिम महिला की बीच सड़क पर ही डिलीवरी करनी पड़ गई,
ताजमहल के शहर और फतेहपुर सीकरी जैसे प्रसिद्ध इमारत के पास महिला का प्रसव बीच सड़क पर हुआ। नेशनल हाईवे पर खुले आसमान में गर्भवती महिला ने शिशु को जन्म दिया, कहाँ गयी स्वास्थ्य विभाग की सारी योजनाएं ?… pic.twitter.com/IhnlRbc85p— Madan Mohan Soni (आगरा वासी) (@madanjournalist) November 15, 2024
ताजुद्दीन पत्नी रुखसाना और मदद के लिए एक लड़की को लेकर निकले ही थे कि बाइक हाईवे किनारे रोकनी पड़ गई क्योंकि रुखसाना का दर्द बढ़ गया था। रुखसाना को सड़क किनारे लिटा दिया गया और वहीं पर बच्चे को जन्म दे दिया। इसके बाद जच्चा और बच्चा दोनों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर सीकरी चारहिस्सा पर भर्ती कराया, जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
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इस मामले के सामने आने का बाद प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पीयूष अग्रवाल ने कहा है कि रुखसाना का मामला संज्ञान में आया है। उसका हीमोग्लोबिन 5% के लगभग था और चेहरे पर स्वेलिंग भी थी। यही वजह थी कि उसे आगरा ले जाने की सलाह दी गई थी।