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17 की उम्र में मिली 18 महीने की सजा, 18 साल बाद भी जेल में है शख्स; McDonald's के साथ किया था ये कांड

Weird News : 17 साल की उम्र में 18 महीने जेल की सजा पाया शख्स 18 साल बाद भी कैद में है। जानें इस शख्स ने ऐसा क्या गुनाह किया था कि सालों से सरकार इस शख्स को जेल से रिहा ही नहीं कर रही है।
07:36 AM Sep 22, 2024 IST | Avinash Tiwari
17 की उम्र में मिली 18 महीने की सजा  18 साल बाद भी जेल में है शख्स  mcdonald s के साथ किया था ये कांड

Weird News : 17 साल की उम्र में 18 महीने की सजा पाया शख्स 18 साल बाद भी जेल में है। परिवार इस शख्स को जेल से बाहर निकालने के भटक रहा है लेकिन सालों से इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई। परिवार के लोगों का कहना है कि उसे खतरनाक अपराधियों के बीच रखा गया है और उन्हीं लोगों के बीच में वह जवान हुआ है। घर के कई सदस्य दुनिया से चले गए, महज 7 महीने की बहन बड़ी हो गई लेकिन 17 साल की उम्र में 18 महीने के लिए जेल गया शख्स अभी तक बाहर नहीं आया है।

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क्यों हुई थी सजा?

मामला ब्रिटेन का है, ल्यूक इंग्स नाम का लड़का जब 17 साल का था, तब उसे मैकडोनाल्ड्स में डकैती और मारपीट के मामले में दोषी पाया गया था और 18 महीने की जेल की सजा दी गई थी। परिवार का कहना है कि 18 साल बाद भी उसे रिहा नहीं किया गया। ल्यूक इंग्स की मां का कहना है कि अब उसकी उम्र 36 साल हो चुकी है और वह ब्रिटेन की उस जेल में बंद है, जहां सबसे खूंखार अपराधी रहते हैं।

कैदियों को छोड़ने का ऐलान हुआ लेकिन...

57 साल की ल्यूक इंग्स की मां सामंथा का कहना है कि साल 2012 में मानवाधिकार संबंधी चिंताओं के कारण कैदियों की सजा कम करने और उन्हें रिहा करने का ऐलान हुआ था लेकिन यह सभी कैदियों पर लागू नहीं हुआ। ऐसे में लगभग 3000 से अधिक कैदी ऐसे हैं, जिनकी रिहाई की कोई तारीख ही नहीं है। सामंथा का कहना है कि ऐसे कैदी जेल में आत्महत्या कर रहे हैं।

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18 साल से जेल में बंद ल्यूक इंग्स की मां सामंथा ने कहा, "अगर उसने किसी की हत्या की होती या किसी के साथ बलात्कार किया होता तो इस तरह की सजा मिलती। मेरा बेटा तो बस मैकडॉनल्ड्स में झगड़े और सड़क पर डकैती में शामिल था। वह 17 साल का था और मेरी मां की मौत के बाद वह गलत रास्ते पर चला गया। जेल में उसकी जिंदगी में कोई रोशनी नहीं है। यदि मेरे पिता ने मदद ना की होती तो अब तक वह मर चुका होता या उसने खुद को मार लिया होता।"

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बताया जा रहा है कि 90 कैदियों ने आत्महत्या कर अपनी जान ले ली है क्योंकि उन्हें रिहा होने की उम्मीद ही नहीं थी। ब्रिटिश सरकार ने जेलों में भीड़ कम करने के लिए कैदियों को उनकी सजा का मात्र 40 प्रतिशत पूरा करने के बाद रिहा करना शुरू किया लेकिन सार्वजनिक सुरक्षा के लिए जेल गए कैदियों को छूट नहीं दी जा रही है। ल्यूक इंग्स की मां सामंथा बेटे की जेल से बाहर लाने के लिए सालों से प्रयास कर रही हैं लेकिन अभी तक इसका कोई फायदा नहीं हुआ है।

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