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12 साल से सिर्फ 30 मिनट की नींद लेता आ रहा है ये शख्स, जानें है कौन

Man Who Sleep For 30 Minutes A Day : जापान के दाइसुके हारा ने 12 साल तक रोजाना सिर्फ 30 मिनट की नींद लेकर अपनी जीवनशैली को पूरी तरह बदल दिया। जानिए कैसे उन्होंने कम नींद में भी ज्यादा काम कर सफलता हासिल की, और क्या यह स्वास्थ्य के लिए सही है।
07:20 AM Sep 03, 2024 IST | Devansh Shankhdhar
12 साल से सिर्फ 30 मिनट की नींद लेता आ रहा है ये शख्स  जानें है कौन
Daisuke Hara Lifestyle

Daisuke Hara Lifestyle: क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि कोई व्यक्ति 12 साल तक रोजाना सिर्फ 30 मिनट की नींद लेकर कैसे जीवन बिता सकता है? जापान के दाइसुके हारा ने इसे हकीकत में बदल दिया। उन्होंने 12 साल तक अपनी नींद को घटाकर दिन में सिर्फ आधे घंटे तक सीमित कर दिया और अपने जीवन को पूरी तरह बदल दिया। हारा का मानना था कि इंसान सोने में बहुत सारा समय बर्बाद करता है, जिसे अगर सही तरीके से उपयोग किया जाए, तो जीवन में बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है।

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अपने इस विचार को हकीकत में बदलने के लिए उन्होंने खुद पर प्रयोग करना शुरू किया और धीरे-धीरे अपनी नींद को कम कर दिया। इस असाधारण प्रयोग के पीछे हारा का लक्ष्य था ज्यादा जागकर ज्यादा काम करना, ताकि वे अपने जीवन में और ज्यादा सफल हो सकें। हालांकि, उनकी यह अनोखी जीवनशैली हर किसी के लिए सही नहीं है।

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दाइसुके हारा कौन हैं?

दाइसुके हारा जापान के एक प्रसिद्ध इंजीनियर और Researcher हैं। उन्हें अपनी जीवनशैली और काम के प्रति डेडीकेशन के लिए जाना जाता है। हारा ने अपनी दिनचर्या में बड़ा बदलाव किया और अपनी नींद को Minimum कर दिया, जिससे उन्हें अपने काम और पर्सनल जीवन के लिए ज्यादा समय मिल सके। उनकी इस अनोखी जीवनशैली ने लोगों का ध्यान खींचा और उन्होंने दुनिया के सामने यह सवाल रखा कि क्या इंसान वास्तव में इतनी कम नींद के साथ जीवन बिता सकता है?

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सिर्फ 30 मिनट सोने का कारण

हारा का मानना था कि सोना समय की बर्बादी है। उनके हिसाब से अगर इंसान कम सोए और ज्यादा जागे, तो वह ज्यादा काम कर सकता है। हारा ने देखा कि जब वह ज्यादा सोते थे, तो उनके काम का समय घट जाता था। उन्होंने यह तय किया कि वह अपनी नींद को कम करके अपने समय का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करेंगे।

उनके अनुसार, "नींद हमारे समय का बड़ा हिस्सा खा जाती है, जिसे हम काम, परिवार, या पर्सनल डेवलपमेंट में लगा सकते हैं।" उन्होंने अपनी नींद को धीरे-धीरे घटाना शुरू किया और 30 मिनट प्रतिदिन पर पहुंच गए।

उन्होंने ऐसा कैसे किया?

यह कोई एक दिन का डिसीजन नहीं था। दाइसुके हारा ने अपनी नींद को धीरे-धीरे घटाया। सबसे पहले, उन्होंने हर रात सोने के घंटों को कम करना शुरू किया, और फिर एक नए पैटर्न पर काम किया जिसे 'पॉलीफैसिक स्लीप' कहा जाता है। इसमें वे दिन में कई बार छोटे-छोटे अंतरालों में सोते थे, जिससे उनके शरीर को आराम तो मिलता था, लेकिन पूरी नींद नहीं होती थी। धीरे-धीरे उनका शरीर इस पैटर्न का यूज्ड टू हो गया।

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क्या यह स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है?

यह सवाल उठता है कि क्या इतनी कम नींद लेना सुरक्षित है? Scientific Approach से, यह आदत लंबे समय तक सुरक्षित नहीं मानी जाती। नींद हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। नींद के दौरान हमारा दिमाग और शरीर दोनों आराम करते हैं और यह हमें अगले दिन के लिए एनर्जी  प्रदान करता है। नींद की कमी से स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं, जैसे कि ध्यान की कमी, तनाव, इम्यून सिस्टम कमजोर होना, और गंभीर मानसिक व शारीरिक बीमारियां।

हालांकि, हारा ने अपनी दिनचर्या के दौरान अपनी सेहत का ध्यान रखा और इसे एक पर्सनल  प्रयोग के तौर पर अपनाया। यह प्रयोग उनके लिए सफल रहा, लेकिन इसे सभी के लिए अपनाना सही नहीं कहा जा सकता।

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