ग्रेटर नोएडा में गर्ल्स हॉस्टल क्यों छोड़ गईं 172 युवतियां? कांग्रेस ने UP सरकार से पूछा सवाल
Greater Noida Girls Hostel : उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में सुरक्षा के अभाव में लड़कियां हॉस्टल खाली करने पर मजबूर हो गईं। लड़कियों का कहना है कि रात के वक्त हॉस्टल में अज्ञात लोग घुसते थे, खिड़कियों से झांकते थे और दरवाजे को खटखटाते थे। ऐसे वक्त में जब उन्हें मदद की जरूरत होती थी तो कोई नहीं होता था। असुरक्षा के डर से लड़कियों ने हॉस्टल खाली कर दिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेटर नोएडा के बादलपुर में मौजूद कुमारी मायावती राजकीय बालिका पॉलिटेक्निक कॉलेज की लड़कियों ने हॉस्टल खाली कर दिया है। बताया जा रहा है कि 172 लड़कियों ने अपना छात्रावास छोड़ दिया है, क्योंकि रात के वक्त हॉस्टल में अनजान लड़कों का समूह जाता था।
लड़कियों ने किया प्रदर्शन लेकिन....
सुरक्षा की मांग को लेकर लड़कियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया और बार-बार इस तरह की स्थिति उत्पन्न होने पर चिताएं व्यक्त की। लड़कियों ने कहा कि हाल ही उस वक्त भयावह स्थिति पैदा हो गई जब अनजान लोग हॉस्टल में घुसकर दरवाजे खटखटाने लगे। एक लड़की ने कहा कि लोग खिड़कियों से झांक रहे थे। हमने मदद के लिए चिल्लाया तब भी हमारी आवाज सुनने वाला कोई नहीं था। एक अन्य लड़की ने बताया कि रात के वक्त बाथरूम जाने से भी डर लगता है।
यूपी का जंगलराज
ग्रेटर नोएडा में एक सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ने वाली 172 लड़कियों ने अपना हॉस्टल छोड़ दिया है, क्योंकि बदमाशों का एक गुट रात में हॉस्टल में घुसकर उनके दरवाजे खटखटाता था.
हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों का कहना है:
• हॉस्टल में 25 से 40 साल केबदमाश… pic.twitter.com/dkIGtAyb7L
— Congress (@INCIndia) October 5, 2024
छात्राएं उस वक्त और हैरान रह गईं जब उन्होंने हॉस्टल के परिसर में एक ड्रोन को उड़ते हुए देखा था। कॉलेज के प्रिंसिपल का बयान तो और चौंकाने वाला है। प्रिंसिपल श्याम नारायण सिंह के मुताबिक हॉस्टल में सुविधाओं, सुरक्षाकर्मियों की भारी कमी है। सिर्फ चार सुरक्षा गार्ड गार्ड हैं, जिनमें से दो सुबह और दो शाम को ड्यूटी पर रहते हैं। अगर एक भी छुट्टी पर गया तो मुश्किल स्थिति पैदा हो जाती है।
यह भी पढ़ें : जेल में रामलीला! कैदी निभाते हैं भूमिका, सभी धर्मों के लोग मिलजुल कर लेते हैं हिस्सा
कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि पहले सिर्फ एक ही हॉस्टल था लेकिन अब इसका विस्तार किया है। सीसीटीवी कैमरे में भी ठीक से नहीं लग पाए हैं, जो लगे हैं उनमें से आधे काम नहीं कर रहे हैं। 16 कैमरे लगाए जाने का प्रावधान किया गया था।