अमित शाह की कार अचानक क्यों हुई वायरल? नंबर प्लेट पर लिखे तीन शब्दों ने खोल दिया राज
Home Minister Amit Shah Car Number Plate: राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले देश के गृह मंत्री अमित शाह अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। 29 फरवरी को CEC की अहम बैठक के लिए बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता दिल्ली में स्थिति भाजपा मुख्यालय पहुंचे. कई घंटों तक यह बैठक चली, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
बीजेपी की इस बड़ी बैठक में शामिल होने के लिए जब गृह मंत्री अमित शाह बीजेपी मुख्यालय पहुंचे तो उनकी गाड़ी का नंबर प्लेट देखकर कई लोगों की आंखें वहीं टिक गईं। सोशल मीडिया पर इस बात की चर्चा होने लगी कि इस नंबर प्लेट से क्या गृह मंत्री कोई संदेश देना चाहते हैं?
ऐसा क्या था गृह मंत्री की कार की नंबर प्लेट में ?
गृह मंत्री की कार की नंबर प्लेट सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है। दरअसल अमित शाह जिस गाड़ी से बीजेपी मुख्यालय पहुंचे उस के नंबर प्लेट में तीन अंग्रेजी के अक्षर थे, ये तीन खास अक्षर CAA थे। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा कि उनकी नंबर प्लेट CAA (Citizenship Amendment Act) का विरोध करने वालों के लिए एक संदेश है।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah & BJP national president JP Nadda arrive for the BJP CEC meeting at the party headquarters, in Delhi. pic.twitter.com/EVvmUaOepe
— ANI (@ANI) February 29, 2024
चर्चा इस बात की भी है कि लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले ही गृह मंत्रालय CAA को लेकर बड़ी घोषणा कर सकता है। अमित शाह के गाड़ी का नंबर DL 1CAA 4421 था। अब सोशल मीडिया पर लोग अमित शाह की गाड़ी के नंबर प्लेट को लेकर तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं।
एक ने लिखा कि अमित शाह अब ऐसे लोगों को संदेश दे रहे हैं कि CAA लागू होने के दिन अब दूर नहीं है। एक अन्य ने लिखा कि क्या अमित शाह के गाड़ी के नंबर का मतलब समझ रहे हो? एक अन्य ने लिखा कि अमित शाह अपनी कार के लाइसेंस प्लेट पर पार्टी का घोषणापत्र लेकर घूम रहे हैं। एक ने लिखा कि अमित शाह का संदेश साफ है कि CAA अब दूर नहीं है, उसे लागू होना ही है।
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क्या है CAA ?
सीएए (CAA) का उद्देश्य बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आए प्रताड़ित गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता प्रदान करना है। एक धड़ा इसका जमकर विरोध कर रहा है लेकिन सरकार का कहना है कि इसे लागू किया जाएगा। चर्चा है कि लोकसभा चुनाव के लिए अचार संहिता लागू होने से पहले सरकार इससे जुड़ी कोई घोषणा कर सकती है।