whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

भामा और कामची की दोस्ती की क्यों हो रही है चर्चा? IAS ने शेयर की मजेदार कहानी

Two Elephants Friendship : IAS अधिकारी ने बताया कि दोनों हाथी करीब 55 साल से दोस्त है। दोनों में से किसी एक को कुछ खाने के लिए देने की हिम्मत भी कोई नहीं कर पाता। अगर कुछ खिलाना है तो दोनों को देना होगा।
01:24 PM Apr 26, 2024 IST | Avinash Tiwari
भामा और कामची की दोस्ती की क्यों हो रही है चर्चा  ias ने शेयर की मजेदार कहानी

Two Elephants Friendship : कहते हैं कि हाथी ना तो दुश्मनी भूलते हैं और ना ही दोस्ती, उनकी याददाश्त बहुत अच्छी होती है। हाथियों को एक भावुक जानवर माना जाता है, जो इंसानों के साथ भी एक अच्छा बांड शेयर करते हैं। IAS अधिकारी सुप्रिया साहू ने तमिलनाडु के दो हाथियों की दोस्ती की कहानी सोशल मीडिया पर शेयर की है।

Advertisement

गजब है भामा और कामची की कहानी

IAS अधिकारी सुप्रिया साहू ने बताया कि भामा और कामची नाम के ये दोनों हाथ करीब 55 साल से एक दूसरे के दोस्त हैं और साथ में ही रहते हैं। IAS अधिकारी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “हममें से बहुत से लोग नहीं जानते कि इंसानों की तरह, हाथी भी दोस्ती का एक प्यारा रिश्ता साझा करते हैं। तमिलनाडु के थेप्पाकाडु, मुदुमलाई में हाथी शिविर में दो हाथियों, भामा जिसकी की उम्र 75 साल है और कामची जिसकी उम्र 65 है, दोनों के बीच सच्ची दोस्ती है।

सुप्रिया साहू ने दोनों में से एक हाथी भामा की कहानी शेयर करते हुए बताया कि जब भामा को महावत थिरु गोपन चराने के लिए लेकर गया था तो जंगल में तेंदुए ने हमला किया और घायल कर दिया। भामा ने अकेले ही तेंदुए से अपने महावत की जान बचाई थी।

Advertisement


वहीं कामची पर एक बार दूसरे हाथी ने हमला कर दिया था, इसमें वह बुरी तरह घायल हो गया और उसे ठीक होने में कई साल लग गए। IAS ने बताया कि शिविर में खाना खाते वक्त दोनों साथ में ही खड़े होते हैं और उन्हें गन्ना खाना बहुत पसंद है। हालांकि कोई भी किसी एक को गन्ना देने की हिम्मत नहीं करता। देना है तो दोनों को दिया जाए।

Advertisement

यह भी पढ़ें : दिल्ली की वायरल वड़ा पाव गर्ल के साथ मारपीट! कलेश का वीडियो वायरल

IAS अधिकारी ने बताया कि एशिया के सबसे पुराने शिविरों में से एक,इस शिविर में 27 अन्य हाथियों की अच्छे से देखभाल की जाती है। इसके लिए इस संस्था की तारीफ की जानी चाहिए। वैज्ञानिक तरीके के अलावा तमिलनाडु की वन विभाग की टीम संवेदनशीलता और सहानुभूति के साथ इनकी देखभाल करती है। यही वजह है कि 55 साल की दोस्ती को लेकर लोग शुभकामनाएं दे रहे हैं।

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो