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संजीव शर्मा कौन? जो एलन मस्क के SpaceX में निभा रहे बड़ा रोल, रेलवे में 11 साल की नौकरी

Sanjeev Sharma SpaceX : संजीव शर्मा ने स्पेसएक्स में काम करने से पहले भारतीय रेलवे को 11 साल से अधिक वक्त तक अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने भारतीय रेल के ऐतिहासिक इंस्टीट्यूट IRIMEE से पढ़ाई की है।
12:34 PM Oct 17, 2024 IST | Avinash Tiwari
संजीव शर्मा कौन  जो एलन मस्क के spacex में निभा रहे बड़ा रोल  रेलवे में 11 साल की नौकरी

Sanjeev Sharma SpaceX :  एलन मस्क की स्पेस कंपनी स्पेसएक्स की ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद दुनिया भर में इसकी चर्चा हो रही है। स्टारशिप रॉकेट के सुपर हेवी बूस्टर के लॉन्च टावर पर वापसी विज्ञान जगत की एक बड़ी उपलब्धि है। इसी बीच SpaceX कंपनी के एक वरिष्ठ इंजीनियर का भारतीय कनेक्शन सामने आया है। सोशल मीडिया पर इस कंपनी में दो साल से ज्यादा समय से प्रिंसिपल इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे संजीव शर्मा की लिंक्डइन प्रोफाइल वायरल हो रही है। संजीव शर्मा का ना सिर्फ भारतीय रेल के ऐतिहासिक इंस्टीट्यूट IRIMEE (SCRA) का कनेक्शन सामने आया है बल्कि वह IIT रुड़की से पासआउट हैं।

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सजीव शर्मा की लिंक्डइन प्रोफाइल में क्या है?

लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वह आईआईटी रुड़की से बैचलर डिग्री ले चुके हैं। इसके बाद उन्होंने IRIMEE से मैकेनिक इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर1990 से 2001 तक रेलवे में डिवीजनल मैकेनिकल मैनेजर और फिर डिप्टी चीफ मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर काम किया। 11 साल रेलवे में नौकरी करने के बाद वे अमेरिका चले गए और मैकेनिकल इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट ऑफ टेक्नोलॉजी में दो मास्टर डिग्री हासिल की।

इसके बाद उन्होंने कैलिफोर्निया की एक टेक कंपनी के साथ 9.5 साल तक काम करने के बाद, साल 2013 में उन्होंने स्पेसएक्स को डायनेमिक्स इंजीनियर के तौर पर ज्वाइन किया। छह साल बाद नौकरी छोड़ दी और फिर 2022 में उन्होंने स्पेसएक्स को फिर से प्रिंसिपल इंजीनियर के तौर पर ज्वाइन किया।

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सजीव शर्मा की चर्चा इसलिए ज्यादा हो रही है क्योंकि वह IIT रुड़की और IRIMEE से पढ़े हुए हैं और सालों तक भारतीय रेल में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। जानकारी के मुताबिक, भारतीय रेलवे यांत्रिक एवं विद्युत इंजीनियरिंग संस्थान (IRIMEE) की स्थापना 1888 में एक टेक्निकल स्कूल के रूप में की गई थी। साल 1927 में यहां भारतीय रेलवे के लिए इंजीनियरिंग अधिकारियों को प्रशिक्षण देना शुरू किया गया। यह भारतीय रेलवे के अधिकारियों को प्रशिक्षण देने वाले केंद्र के पांच ट्रेंडिंग इंस्टीट्यूट में से सबसे पुराना है।

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सोशल मीडिया पर जमकर हो रही तारीफ

एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि आराम की सरकारी नौकरी छोड़कर कौन प्राइवेट में जाना चाहेगा? ये वही कर सकता है, जो जिंदगी में कुछ बड़ा करना चाहता हो। एक ने लिखा कि रेलवे में एक से बढ़कर एक धुरंधर हैं, बस मौके की तलाश में है। एक अन्य ने लिखा कि आज मुझे पता चला कि रेलवे में इतने टैलेंटेड लोग भी काम करते हैं। एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि संजीव शर्मा जी की इस उपलब्धि पर देश को गर्व है।

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