'मुर्दों' का शहर, जहां 'लाशों' से बात करते हैं परिजन, डेड बॉडी का मेकअप भी देखने लायक
Weird News: हर जाति और समुदाय के लोगों का अपना एक अलग कल्चर होता है। दुनिया भर में न जाने कितने ही ऐसे लोग हैं जिनके वियर्ड कल्चर (Weird Rituals) होते हैं जिनके बारे में जान एक बार को तो यकीन ही नहीं होता। कुछ हंसाने वाले रीति-रिवाज होते हैं तो कुछ डराने वाले। आज हम आपको एक ऐसे वियर्ड कल्चर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे सुन आपके भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं। दरअसल एक गांव ऐसा भी है जहां पर लाशों को परिजन दफनाते या जलाते नहीं हैं बल्कि अपने घर में ही रखते हैं और उनके साथ बातचीत भी करते हैं। आपको यकीन तो नहीं हो रहा होगा न तो चलिए जान लेते हैं उस देश और उसके वियर्ड कल्चर के बारे में...
कौन सा देश है जहां मुर्दों को घर में रखते हैं
आप सोच तो जरूर रहे होंगे कि क्या सच में कोई ऐसा देश है जहां पर मरे हुए इंसान को घर में रखा जाता है। दरअसल वो इंडोनेशिया का तरोजा गांव हैं जहां पर अजीब सी परंपरा है। इस गांव में किसी की मौत हो जाती है तो उसका अंतिम संस्कार नहीं किया जाता बल्कि उसकी ममी बना दी जाती है। लाशों को बड़े ही अच्छे से रखा जाता है। और उनके साथ बात करना, खाना खिलाना आदि काम ऐसे किए जाते हैं जैसे वो उन्हीं के जैसा हो।
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लाशों का होता है मेकओवर
न सिर्फ मरे हुए परिजनों को घर में रखा जाता है बल्कि उन्हें पानी पिलाना, खाना खिलाना और सिगरेट तक ऑफर की जाती है। कहा तो ये भी जाता है की हर साल अगस्त में जिन लाशों को ममी बनाकर कब्र में रखा जाता है उन्हें बाहर निकाला जाता है। सभी लाशों को साफ किया जाता है और उनका मेकओवर किया जाता है। यही नहीं उनके कपड़े भी बदले जाते हैं और नए कपड़े पहनाए जाते हैं।
लाशों से मरे लोगों से करते हैं बातें
कब्र से निकालने के बाद परिजनों का मेकओवर किया जाता है। इसके अलावा उनकी फोटो खींची जाती है और उनके साथ बात की जाती है। वहां के लोगों का मानना है कि इंसान कभी मरता नहीं है बल्कि वो आराम करता है। प्यार करने वाला कभी भी छोड़कर नहीं जाता। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग लोगों तक हर किसी के साथ ऐसा ही होता है।
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