बच्चे की मौत से टूटा कहर तो हथिनी ने हाईवे पर खड़ा किया शहर, वाहनों की लंबी कतारें

Bandipur Tiger Reserve: कर्नाटक में एक बाघ ने हमला कर हाथी के बच्चे को मार दिया था। जिसके बाद शव देख बेबी एलीफेंट की मां हथिनी वहां आ गई। हथिनी ने बीच सड़क पर खड़ा होकर बच्चे की मौत पर शोक जताया। इस दौरान हाईवे पर हथिनी के होने के कारण पूरा ट्रैफिक जाम हो गया। दोनों ओर लोगों के वाहनों की कतारें लग गईं।

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हथिनी ने जाम किया हाईवे।

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Elephant Blocks Traffic: बांदीपुर-मुदुमलाई (कोलेगल-कोझिकोड) राजमार्ग पर शनिवार दोपहर को एक हथिनी के बच्चे की मौत हो गई थी। बेबी एलीफेंट पर बाघ ने हमला किया था। ये हाईवे चामराजनगर जिले में पड़ते बांदीपुर टाइगर रिजर्व से होकर गुजरता है। केक्कनहल्ला अंतरराज्यीय वन चेक-पोस्ट के पास बच्चे की मौत के बाद हथिनी बीच सड़क पर शव के साथ पूरा एक घंटा खड़ी रही। शव को छोड़ने से इन्कार करते हुए विलाप करती रही। दोनों और सैकड़ों वाहनों की कतारें लग गईं।

हाईवे पर लग गई गाड़ियों की कतार

वन अधिकारियों ने लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद शव को हाईवे से हटवाया। जिसके बाद लोगों की आवाजाही शुरू हुई। बाघ अभ्यारण के बीचोंबीच लगभग एक घंटे तक अफरातफरी का माहौल बना रहा। अधिकारियों का कहना है कि वे जल्द शव का पोस्टमार्टम करेंगे। बाघ ने लगभग 2 दिन पहले हाथी के बच्चे पर अटैक किया था। गंभीर चोट होने के कारण किसी तरह बेबी एलीफेंट हाईवे तक आ गया। जिसके बाद उसकी यहीं मौत हो गई। यह रेयर में होता है। आमतौर पर बाघ जल्द हाथी पर अटैक नहीं करते हैं। शव पर गहरे घावों के निशान मिले हैं।

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कई बार हाथी का बच्चा अपने झुंड से पीछे रह जाता है। ऐसी स्थिति में घात लगाकर बाघ उसका शिकार कर लेते हैं। हो सकता है कि झुंड भी बाघ को ललकारते वापस आया हो। जिसके कारण यह उस समय बच गया। लेकिन गहरे घाव होने के कारण बाद में इसकी मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि दुखी हथिनी ने शव को एक घंटे तक नहीं छोड़ा। जिसके कारण एनएन 766 पर यातायात कई देर तक बाधित रहा। बाघ लगभग किशोर हाथियों को ही अपना शिकार बनाते हैं। शव के पास हथिनी विलाप करती रही। हाईवे खुलने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।

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