whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.

भारत के इस गांव के हर घर में पैदा होते हैं जुड़वा बच्चे! वैज्ञानिक भी नहीं खोज पाए वजह

Kerala Viral News: हमारे देश में कई ऐसी चीजें हैं जिनका रहस्य बना ही रहता है। वो क्यों हैं, कैसे हैं? इसका जवाब कोई नहीं खोज पाया है। ऐसे ही एक गांव की आज हम बात करेंगे जहां पर हर घर में जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं।
02:43 PM Sep 10, 2024 IST | Shabnaz
भारत के इस गांव के हर घर में पैदा होते हैं जुड़वा बच्चे  वैज्ञानिक भी नहीं खोज पाए वजह

Kerala Viral News: दुनिया में ऐसी बहुत सी चाजें हैं जो आपको चौंका सकती हैं। ऐसा ही रहस्यों से भरा गांव केरल में है, जहां पर हर घर में जुड़वा बच्चे पैदी होते हैं। एक गांव के हर घर में जुड़वा बच्चों की पैदाईश कोई आम बात नहीं है। लेकिन इसके पीछे का सच कोई नहीं जान पाया है। हम बात कर रहे हैं केरल के मल्‍लपुरम जिले में एक कोडिन्ही गांव की। इस गांव में नवजात शिशु से लेकर 65 साल तक की उम्र के लोग जुड़वां लोग देखने को मिल जाएगे।

गांव में 550 जुड़वा लोग

इस गांव में ज्यादातर लोग जुड़वा ही रहते हैं। हर घर में आपको हमशक्ल लोग मिल जाएंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यहां पर 2000 परिवार में से लगभग 550 जुड़वा लोग रहते हैं। इस गांव में एक छोटे बच्चे से लेकर बूढ़े आदमी तक के हमशक्ल देखने को मिलते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2008 में इस गांव में 280 जुड़वा रहते थे। इस गांव के ज्यादातर बच्चों की उम्र लगऊग 15 साल है। स्कूलो की बात करें तो यहां भी इन बच्चों की पहचान में मुश्किल होती है। एक ही स्कूल में लगभग 80 जुड़वां बच्‍चे पढ़ते हैं। यहां की हर जहप पर एक ही शक्ल के कई लोग देखने को मिल जाएंगे।

ये भी पढ़ें... अब बच्चे की बीमारी पर नहीं मिलेगी छुट्टी, कंपनी ने सुनाया फरमान, सोशल मीडिया पर नोटिस वायरल

भारत में जुड़वा बच्चों की बात करें तो यहां पर 1000 बच्‍चों में सिर्फ 9 बच्‍चे जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं। लेकिन इस गांव की बात करें तो यहां पर 1000 पर 45 बच्चों का जन्म होता है। जो आंकड़ा दुनिया में दूसरा और एशिया में पहला है। पहले नंबर पर नाइजीरिया का नाम आता है। नाइजीरिया के इग्बो-ओरा में 1000 में से 145 जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं।

2016 में रिसर्चर्स की एक ज्‍वॉइन्‍ट टीम इस गांव में जांच के लिए पहुंची थी। उनके साथ टीम में हैदराबाद की सीएसआईआर-सेंटर फॉर सेल्‍युलर एंड मॉड्यूलर बायोलॉजी, केरल यूनिवर्सिटी ऑफ फिशरिज एंड ओशिन स्‍टडीज (KUFOS) और लंदन यूनिवर्सिटी के अलावा जर्मनी के रिसर्चर्स भी पहुंचे थे। इस टीम की रिसर्च के बाद भी जुड़वा बच्चों की पैदाईश के रहस्य से पर्दा नहीं उठ सका।

Open in App Tags :
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो