पाकिस्तान में बिगड़े हालात, 189 गुणा प्रदूषित हो चुकी हवा, स्कूल-कॉलेज बंद
Pakistan Air Pollution : प्रदूषण के कारण भारत के कई शहरों के हालात चिंताजनक हैं। भारत में AQI 400 तक पहुंच जाए तो सवाल उठने लगते हैं लेकिन हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि बाहर निकलना मुश्किल हो गया, स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। आपको जानकारी हैरान होगी कि पाकिस्तान के कई शहरों का AQI भारत की अपेक्षा 4 से पांच 5 गुणा से भी अधिक है।
रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान में पंजाब सरकार ने खतरनाक धुंध और प्रदूषण के स्तर के कारण 8 से 17 नवंबर तक कई जिलों में मनोरंजन पार्क, संग्रहालय और स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। यह आदेश लाहौर,ननकाना साहिब, गुजरात, हफीजाबाद, मंडी बहाउद्दीन, सियालकोट, नरोवाल, चिनियट, गुजरांवाला, फैसलाबाद, मुल्तान, शेखूपुरा, कसूर, झंग, टोबा टेक सिंह और शेखूपुरा के साथ-साथ लोधरन समेत कई शहरों में पड़ने वाला है।
पीएम 2.5, 189.4 गुना अधिक
आईक्यूएयर के अनुसार, पीएम 2.5 कण (हवा में उपस्थित सूक्ष्म कण पदार्थ, जो स्वास्थ्य को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाते हैं) की सांद्रता 947 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गई, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के दिशा-निर्देशों से 189.4 गुना अधिक है।
Record high air pollution shuts schools in Pakistan’s Lahore — in pictures https://t.co/FPPNR2UuqC pic.twitter.com/0lglofoDA8
— Al Jazeera English (@AJEnglish) November 9, 2024
पाकिस्तान के मुल्तान में AQI 2 हजार से अधिक रिकॉर्ड किया गया। जानकारी के मुताबिक, मुल्तान में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-पाकिस्तान कार्यालय, शम्साबाद कॉलोनी और मुल्तान छावनी में AQI रीडिंग क्रमशः 2,316, 1,635 और 1,527 रिकॉर्ड की गई। इतनी अधिक प्रदूषित हवा एक स्वस्थ इंसान को बीमार करने के लिए काफी है।
दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर
शुक्रवार को पाकिस्तान के सात शहर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल रहे। मुल्तान में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 2,135 और लाहौर में 676 दर्ज किया गया। पेशावर, इस्लामाबाद, हरिपुर, रावलपिंडी और कराची जैसे शहरों की हवा को भी 'खतरनाक वायु गुणवत्ता' वाला बताया गया।
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बता दें कि 6 नवंबर को लाहौर को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया, जहां का AQI 1,165 था - जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा अनुशंसित स्तर से 120 गुना अधिक है। खतरनाक धुंध और प्रदूषण के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है, अस्पताल में मरीजों की संख्या में अधिक होने लगी है।