एक से ज्यादा वोट डालने की कोशिश की तो लगेगा 440 वोल्ट का करंट? छात्रों ने बनाई AI वोटिंग मशीन
AI Voting Machine Viral: लोकसभा चुनाव को लेकर लगभग हर जगह वोटिंग जारी है। इस बीच देश के युवाओं ने एक नया इन्वेंशन किया है जो वोटिंग का काम आसान कर सकता है। छात्रों ने एक EVM मशीन बनाई है जो स्मार्ट है क्योंकि वह AI तकनीक पर आधारित है। इसमें वोट की काउंटिंग हो सकती है और जो भी वोटर एक बार वोट डालने के बाद दूसरी बार वोट डालता है तो उसे 440 वोल्ट करंट का झटका लग सकता है।
इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा गोरखपुर के स्टूडेंट्स ने भविष्य में चुनाव के लिए इस स्मार्ट एआई वोटिंग मशीन को डिजाइन किया है। इसको आईटीएम गीडा के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग व बीए एलएलबी के स्टूडेंट्स सहादत अली, सुमेधा मिश्रा, रौनक गुप्ता निखिल गुप्ता ने मिलकर कॉलेज की इन्नोवेशन लैब में 20 दिनों में तैयार की है।
पुलिस और सी.आर.पी.एफ जवानों का काम आसान
छात्र सहादत अली ने बताया कि आज के टाइम में तकनीकी का इस्तेमाल बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए हम उन्होंने स्मार्ट एआई वोटिंग मशीन डिजाइन किया है। इस स्मार्ट वोटिंग मशीन में कई अच्छाइयां हैं। इसकी सबसे बड़ी बात यह है कि यह बैलेट पेपर के साथ फिंगर प्रिंट बेस पर काम करती है। इस टेक्नोलॉजी के जरिए कोई वोटर सिर्फ एक बार ही अपनी पसंद के चुनाव चिन्ह के सामने लगे बटन को दबाकर मतदान कर सकता है लेकिन अगर किसी ने दोबारा फर्जी वोट डालने की कोशिश की तो फिंगर रखते ही तेज अलर्ट के साथ फर्जी वोट डालने वाले को 440 वोल्ट करंट का झटका लग सकता है। इसके अलावा इलेक्शन के समय जब तक वोटों की गिनती नहीं हो जाती तब तक पुलिस और सी.आर.पी.एफ जवानों को बैलेट बॉक्स और ईवीएम की सुरक्षा करनी पड़ती है लेकिन इस मशीन के साथ ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं होगी।
20 दिन में बनकर तैयार हुई मशीन
इस स्मार्ट एआई वोटिंग मशीन की वायरलेस तकनीक इतनी मजबूत होगी कि स्मार्ट बैलेट बॉक्स के अंदर पड़े वोट की सुरक्षा यह एआई मशीन खुद करेगी। स्मार्ट एआई वोटिंग मशीन बनाने वाले छात्रों ने बताया कि एआई वोटिंग मशीन को जबरन तोड़ने या इसमें किसी भी तरह से छेड़छाड़ करने पर अपने-आप थाने के साथ-साथ चुनाव अधिकारियों को सूचना मिल जाएगी। रौनक गुप्ता ने बताया कि असामाजिक तत्वों द्वारा स्मार्ट बैलेट बॉक्स को चोरी करने की कोशिश, पानी में फेके जाने और तोड़ने पर तेज अलार्म बजेगा। इसके साथ-साथ लोकेशन की जानकारी भी संबंधित अधिकारियों को मिल जाएगी। छात्रों ने बताया कि उन्होंने इस मशीन को भविष्य को ध्यान में रखकर डिजाइन किया है। इस मशीन में डाले गए वोट की जानकारी और डेटा हजारों किलोमीटर दूर चुनाव अधिकारियों के ऑफिस या पुलिस विभाग के हेड क्वार्टर में सेव कर सकते हैं।
छात्रों ने आगे बताया कि एआई वोटिंग मशीन बनाने में उन्होंने काउंटिंग मीटर, फिंगर प्रिंट स्कैनर, अलार्म, कैलकुलेटर, रिसीवर, रिले 5 वोल्ट, अलार्म, स्टील बॉक्स, स्विच, IR सेंसर, 9 वोल्ट बैटरी आई चीजों का इस्तेमाल करके तैयार किया है। इसे बनाने में लगभग 20 से 25 हजार रुपये का खर्च आया और 20 दिनों का समय लगा है। आपको बता दें कि चुनाव आयोग द्वारा इस मशीन को मंजूरी मिलने की अभी तक कोई खबर नहीं आई है। हालांकि, छात्रों द्वारा कहा जा रहा है कि यह चुनाव में काफी कारगर साबित होगी।
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