Swiggy Instamart पर मुफ्त में मिले टमाटर, शख्स ने स्क्रीनशॉट शेयर कर जताया गुस्सा
Viral Post: आमतौर पर ग्राहक मुफ्त में मिलने वाली चीजों को पसंद करते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान कई ऐसे ऑफर देखते हैं जिसको लेने पर फ्री में कोई सामान मिल सके। लेकिन स्विगी इंस्टामार्ट के एक ग्राहक को फ्री टमाटर पसंद नहीं आए। इसके लिए उस शख्स ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) स्विगी इंस्टामार्ट को सलाह दे डाली। सोशल मीडिया पर ये पोस्ट काफी वायरल हो रही है जिसमें लोग अपनी प्रतिक्रियां दे रहे हैं।
क्या है वायरल पोस्ट?
सोशल मीडिया पर जो पोस्ट वायरल हो रही है उसको बेंगलुरु मैन नाम के यूजर ने शेयर किया है। इस पोस्ट में उसने स्विगी इंस्टामार्ट पर शॉपिंग का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जिसमें उसने 5 आइटम सेलेक्ट किए हैं। इस खरीदारी पर मार्ट उसको 500 ग्राम टमाटर फ्री दे रहा है। इसमें उस शख्स ने लिखा स्विगी इंस्टामार्ट में बहुत खराब डिजाइन, जहां एक आइटम खुद ही मेरे कार्ट में जुड़ जाता है, मुझे ये टमाटर नहीं चाहिए। लेकिन मैं इसे मैं कार्ट से हटा भी नहीं सकता हूं। पोस्ट में आगे लिखा गया कि भले ही मैं इसके लिए भुगतान नहीं कर रहा हूं पर यह कार्ट चोरी है जो एक डार्क पैटर्न है।
ये भी पढ़ें: ‘अभी जा रहा हूं, जल्द वापस आऊंगा…’, कर्मचारी ने जॉब से रिजाइन करते हुए लिखी ऐसी बात, वायरल हो गया लेटर
इस पोस्ट के जरिए शख्स ने ये बताया कि स्विगी इंस्टामार्ट से मुफ्त टमाटर मिले। हालंकि, उसे मुफ्त टमाटर मिलने से कोई दिक्कत नहीं थी, बस उसे परेशानी इस बात से हुई कि वह उसे अपने कार्ट से हटा नहीं पा रहा था। उसने लिखा कि एक उपभोक्ता के रूप में मुझे इस बात पर पूरा कंट्रोल होना चाहिए कि मैं क्या लेना चाहता हूं और क्या नहीं।
यूजर्स ने किया सपोर्ट!
इस पोस्ट के वायरल होने के बाद लोगों ने अपनी प्रतिक्रियांए दी। एक ने लिखा ग्राहक का अंतिम फैसला होना चाहिए कि उसे मुफ्त में ये चाहिए कि नहीं। स्विगी ऐप के बारे में बात करते हुए एक ने लिखा कि स्विगी अपना रास्ता खो रहा है और जोमैटो बहुत तेजी से हावी हो रहा है। हमें एक ऐसे ब्रांड की जरूरत है जो उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा दे।
वहीं, एक ने अपना अनुभव बताते हुए लिखा कि मैंने कुछ दिन पहले इसी तरह की समस्या का सामना किया था। मैं शुद्ध शाकाहारी हूं, लेकिन उन्होंने मुझे मुफ्त में नॉनवेज डिश ऑफर की। मेरे पास अपनी पसंद बदलने या उस आइटम को हटाने का अधिकार नहीं था।
ये भी पढ़ें: शख्स ने 23 लाख छोड़ 18 लाख सालाना देने वाली कंपनी की ज्वाइन, सामने आई ये बड़ी वजह