18 टन खाना, 100 विमान, 8430665360 रुपये खर्च; कहां हुई थी दुनिया की सबसे महंगी पार्टी?
World Most Expensive Party : ईरान में इस्लामिक कानून चल रहा है। महिलाओं को लेकर तो बेहद कड़े कानून हैं, जिसका पालन न करने पर कड़ी सजा दी जाती है। क्या आपको पता है कि एक वक्त ऐसा भी था, जब ईरान में लोग पश्चिमी वेशभूषा पहनकर आराम से घूमते थे। आज हम दुनिया की सबसे बड़ी, महंगी मनाई जाने वाली पार्टी के बारे में बात करने जा रहे हैं। साथ में ये भी जानेंगे कि कैसे ईरान में इस्लामिक कानून लागू हुआ और इसे सख्त बनाया गया।
साल 1979 में ईरान में एक क्रांति हुई। इस क्रांति ने ईरान के अंतिम सम्राट मोहम्मद रजा पहलवी को सत्ता से हटा दिया। इसके बाद अयातुल्ला खुमैनी को कुर्सी मिल गई। अयातुल्ला खुमैनी के आने के बाद से ही ईरान में इस्लामिक कानून लागू हुए लेकिन हैरानी की बात ये है कि ईरान में मोहम्मद रजा पहलवी को सत्ता से हटाने और अयातुल्ला खुमैनी के सत्ता में आने की वजह एक पार्टी को भी माना जाता है।
मोहम्मद रजा पहलवी ने आयोजित की थी पार्टी
ये पार्टी कोई ऐसी-वैसे पार्टी नहीं थी बल्कि इसे दुनिया कि सबसे महंगी पार्टी भी कहा जाता है। इस पार्टी का आयोजन ईरान के अंतिम सम्राट मोहम्मद रजा पहलवी ने किया था। मोहम्मद रजा एक धनी शासक था, जो 1941 में सत्ता में आया। ईरान आर्थिक संघर्षों से जूझ रहा था। इसी बीच मोहम्मद रजा ने पश्चिमी संस्कृति, उदार विचारों को अपनाया और हिजाब जैसी प्रथाओं का विरोध किया।
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मोहम्मद रजा से नाराज हो रहे थे लोग
मोहम्मद रजा को अपने रुख के कारण कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी। इतना ही नहीं, धार्मिक नेताओं ने भी इसकी कड़ी आलोचना की। इतना ही नहीं, जो रजा के लिए मुसीबत बनने की कोशिश करता, उसे जेल में ठूंस दिया जाता। एक तरफ जहां लोग मोहम्मद रजा के खिलाफ अंदर ही अंदर नाराज हो रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ इसी बीच रजा एक विशाल पार्टी आयोजन की तैयारी कर रहे थे।
दुनिया की सबसे महंगी पार्टी
1971 में फारसी साम्राज्य की 2,500वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पर्सेपोलिस में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। यह पार्टी रेगिस्तान में आयोजित हुई थी। इस भव्य समारोह में 65 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बताया जाता है कि 18 टन खाना बनाया गया था, जबकि मेहमानों के लिए 100 विमान तैनात किए गए थे। इस पर 100 मिलियन डॉलर (843 करोड़) का खर्च आया था।
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मोहम्मद रजा के इस कदम से ईरान के लोग काफी नाराज हो गए और अयातुल्ला खुमैनी के समर्थन में आ गए। इसके बाद लोगों के भारी विरोध के चलते मोहम्मद रजा को सत्ता छोड़कर भागना पड़ गया। इसके बाद अयातुल्ला खुमैनी को सत्ता की कमान मिल गई। अयातुल्ला खुमैनी ने इस्लामिक कानून लागू किया और महिलाओं के लिए कड़े कानून बनाए।