सपा ने यूपी की इस हॉट सीट से दूसरी बार क्यों बदला उम्मीदवार? 5 पॉइंट में समझे पूरा समीकरण
Lok sabha election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बजने के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं। हाल ही में गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने दूसरी बार अपना प्रत्याशी बदला है। दरअसल, पहले पार्टी ने डॉ. महेंद्र नागर को टिकट दिया था। बता दें महेंद्र नागर कांग्रेस से सपा में आए थे। ऐसे में सपा के पुराने कार्यकर्ताओं ने उन्हें टिकट देने पर नाराजगी जाहिर की। जिसके बाद उन्हें हटाकर राहुल अवाना को पार्टी ने अपना नया प्रत्याशी बनाया।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने बताया कि कैसे आज नमो ड्रोन दीदी गाँवों के विकास से जुड़ रही हैं। pic.twitter.com/OkVGEZAx8H
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) March 29, 2024
इसलिए बदला प्रत्याशी
सपा कार्यकर्ताओं ने राहुल अवाना की भी खिलाफत शुरू कर दी। जिसके बाद अब सपा ने दोबारा डॉ. महेंद्र नागर को अपना उम्मीदवार बना दिया है। बताया जा रहा है कि राहुल गुर्जर जाति में अवाना गोत्र से आते हैं और इस सीट पर इस जाति के नागर और भाटी गोत्र का वोट बैंक ज्यादा है। वहीं, बीजेपी ने इसी सीट पर अपने कद्दावर नेता डॉ. महेश शर्मा को फिर चुनावी मैदान में उतारा है, जिसके सामने राहुल काफी यंग हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है। भाजपा ने आर्थिक संकट पैदा किया है। किसान, नौजवान, महिलाएं सभी परेशान है। भाजपा देश की सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही…
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) March 29, 2024
2009 में बसपा के सुरेंद्र नागर सांसद थे
कांग्रेस और सपा यूपी में गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट की बात करें तो यहां से फिलहाल बीजेपी पार्टी के सांसद हैं। साल 2014 और 2019 दोनों लोकसभा चुनाव में डॉ. महेश शर्मा ने इस सीट को जीतकर बीजेपी की झोली में डाला था। साल 2009 में गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से सुरेंद्र नागर चुनाव जीते थे। उस समय वह बसपा पार्टी में थे। साल 2014 और 2019 लोकसभा चुनावों के आंकड़ों को देखें तो यहां बीजेपी का वोट प्रतिशत करीब 28 फीसदी बढ़ा है। साल 2014 में बीजेपी को इस सीट से 31.08 फीसदी वोट मिले थे। जो साल 2019 में बढ़कर 59.64 फीसदी हो गया।
लोकसभा सीट का इतिहास जानें
बता दें कि 2008 में परिसिमन होने के बाद 2009 में यह सीट अस्तित्व में आई थी। इससे पहले यह खुर्जा लोकसभा सीट कहलाई जाती थी। मायावती का गांव बादलपुर इसी सीट में आता है। ऐसे में इस सीट को बसपा सुप्रीमो मायावाती का गृह जनपद कहा जाता है। जब यह सीट खुर्जा के नाम से जाती जाती थी उस समय इसमें सिकंदराबाद, दादरी, और खुर्जा विधानसभा क्षेत्र भी आते थे।
कांटें की होगी टक्कर
सीट पर गुर्जर, राजपूत और ब्राह्मण उम्मीदवार आमने-सामने हैं। इस बार सीट पर मुकाबला रोचक होने की संभावना है। साल 2019 लोकसभा चुनाव नतीजों को देखें तो बीजेपी के महेश शर्मा ने 8 लाख 30 हजार 812 वोट हासिल किए थे। दूसरे नंबर पर बसपा के सतवीर ने 4 लाख 93 हजार 890 वोट प्राप्त किए थे। साल 2019 में इस सीट पर कुल 21 लाख 7 हजार 718 वोटर थे। उस समय कुल 13 लाख 92 हजार 952 वोट पड़े थे। बता दें इस साल बसपा ने यहां से राजेंद्र सोलंकी को टिकट दिया है।
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