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सीढ़ी गिरने की वजह से नहीं भाग सका तीसरा 'वानर', हरिद्वार जेल ब्रेक मामले में सामने आई चौंकाने वाली बात

Haridwar Jail Break Case: उत्तराखंड के हरिद्वार जेल ब्रेक मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दो कैदी यहां से फरार हो गए थे। रामलीला कार्यक्रम के दौरान इन कैदियों ने वानर का रोल निभाया था। लेकिन मौका देख ये भाग निकले। अभी तक इनका सुराग नहीं लगा है। वहीं, अब एक चौंकाने वाली बात का खुलासा हुआ है।
10:41 PM Oct 13, 2024 IST | Parmod chaudhary
सीढ़ी गिरने की वजह से नहीं भाग सका तीसरा  वानर   हरिद्वार जेल ब्रेक मामले में सामने आई चौंकाने वाली बात

Uttarakhand Crime News: उत्तराखंड की हरिद्वार जेल से भागे दो कैदियों के मामले में एक चौंकाने वाली बात का खुलासा हुआ है। जेल से भागे इन दो कैदियों ने तीसरे कैदी के साथ पूरी प्लानिंग बनाई थी। सूत्रों के अनुसार दो कैदियों ने सीढ़ी लगाकर दीवार फांद ली। वहीं, तीसरा जब दीवार फांदने की कोशिश करने लगा तो सीढ़ी गिर गई। जिसकी वजह से वह भाग नहीं सका। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि कैदियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 10 टीमें गठित की गई हैं। जल्द कैदियों को दबोच लिया जाएगा।

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कैदियों को निर्माण कार्य का पता था

सूत्रों के मुताबिक तीनों कैदियों ने रामलीला कार्यक्रम के आयोजन से एक सप्ताह पहले प्लानिंग की थी। कैदियों को जेल में चल रहे निर्माण कार्य के बारे में पता था। जिसका फायदा दो कैदियों को तो मिल गया, लेकिन तीसरा जेल से निकलने में विफल रहा। पुलिस को अभी तक फरार हुए कैदियों का सुराग नहीं लगा है। भागा एक कैदी पंकज आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।
वहीं, दूसरा कैदी रामकुमार चौहान अपहरण और फिरौती के मामले में अभी विचाराधीन है।

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शुक्रवार रात को दोनों हरिद्वार जेल से फरार हुए हैं। वहीं, सरकार ने मामला सामने आने के बाद कड़ा एक्शन लिया है। मामले में जेलर प्यारेलाल समेत 6 जेल अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल के अनुसार कैदियों की तलाश की जा रही है। शुक्रवार रात को ही पुलिस ने विशेष जांच दल (SIT) गठित कर दी थी। एसपी सदर जितेंद्र मेहरा को जांच दल की कमान सौंपी गई है। पुलिस को पता लगा है कि रामकुमार और पंकज ने छोटू नाम के कैदी के साथ भागने का प्लान बनाया था।

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एक सप्ताह पहले बनाई थी प्लानिंग

प्लानिंग एक सप्ताह पहले बन चुकी थी। कैदियों को पता था कि फिलहाल जेल के अधिकारी रामलीला आयोजन की तैयारियों में व्यस्त हैं। कैदियों ने कपड़े के टुकड़े की मदद से दो सीढ़ियों को ऊपर-नीचे बांध लिया था। दीवार के बगल में रख रामकुमार और पंकज तो भागने में कामयाब हो गए, लेकिन छोटू सीढ़ी पर चढ़ने लगा तो वह गिर गई। जिसकी वजह से उसके अरमानों पर पानी फिर गया। अब दोनों कैदियों की तलाश में 10 टीमें लगी हैं। जहां उनके भागने की आशंका है, वहां रेड की जा रही है। उत्तराखंड पुलिस को उम्मीद है कि दोनों जल्द हाथ आ जाएंगे। तीनों कैदियों ने रामलीला में वानर का रोल निभाया था। माता सीता की तलाश के बहाने दो कैदी भाग गए।

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