नोएडा में लगातार बारिश होने का अलर्ट, पढ़ें IMD का मानसून को लेकर ताजा अपडेट
IMD Weather Alert: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने नोएडा में लगातार सात दिन बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि पूरे सप्ताह नोएडा में बादल छाए रहेंगे और बारिश होगी। पूरे सप्ताह शहर में मौसम सुहावना रहेगा। लोगों को न केवल गर्मी से निजात मिलेगी, बल्कि प्रदूषण से भी छुटकारा मिलेगा। आईएमडी के अनुसार पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। जिसके कारण एनसीआर में भी बादल छाए रहेंगे। जिससे अच्छी बारिश होगी। मौसम विभाग की ओर से चेतावनी भी जारी की गई है। विभाग ने कहा है कि लगातार बारिश के कारण यमुना और हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ सकता है। निचले इलाकों में इससे जलभराव या बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। जिसको लेकर लोगों को सावधानी बरतने की अपील विभाग की ओर से की गई है। विभाग की ओर से कहा गया है कि 11 जुलाई तक दिन में दो से तीन बार रुक-रुककर बारिश से इनकार नहीं किया जा सकता।
12 और 13 जुलाई को तेज बारिश के आसार
12 और 13 जुलाई को तेज हवाओं के साथ बारिश का अनुमान जताया गया है। विभाग के अनुसार इस दौरान अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। बता दें कि नोएडा में सोमवार सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। विभाग के अनुसार सोमवार को 33 डिग्री अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया है। वहीं, न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा है। गर्मी और उमस से लोगों को काफी हद तक राहत मिली है। इस दौरान हवा की गति सिर्फ 3 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई है। हवा में नमी 88 प्रतिशत दर्ज की गई है। इसके चलते दोपहर के समय बादलों के बरसने की उम्मीद अधिक है।
#WATCH | Fresh spell of rain lashes parts of Noida, Uttar Pradesh. Visuals from Sector 10 area. pic.twitter.com/GFBDFItitp
— ANI (@ANI) July 5, 2024
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वहीं, नोएडा में फिलहाल सीवरेज और नालों की सफाई का काम तेजी से चल रहा है। दो दिन में इस काम को पूरा किया जा सकता है। जिस पर 11 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। बारिश के दौरान पानी बैक न जाए, इसको लेकर लगातार अफसर दौरे और मंथन कर रहे हैं। बता दें कि नोएडा यमुना और हिंडन नदी के किनारे बसा है। पहाड़ों में जब भी अधिक बारिश होती है, इसका असर यहां जरूर दिखता है। पिछले साल भी बाढ़ जैसी स्थिति के कारण लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ी थीं। हजारों लोग जलभराव के कारण प्रभावित हुए थे। लेकिन इस बार प्रशासन ने सुधार का दावा किया है।