कन्नौज में बिछी अनोखी बिसात; अखिलेश यादव के सामने पति-पत्नी
UP Kannauj Lok Sabha Election 2024: आखिरकार अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने को लेकर सस्पेंस खत्म हो ही गया। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं और आज वे चुनाव नामांकन भरेंगे। इसके साथ ही कन्नौज में बेहद अनोखी चुनावी बिसात भी बिछ गई है। क्योंकि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को पति-पत्नी का एक जोड़ा कड़ी टक्कर दे रहा है, जिससे कांटे का मुकाबाला होने के आसार हैं।
दरअसल, भाजपा की टिकट से मौजूदा सांसद सुब्रत पाठक (Subrat Pathak) लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं और उनकी पत्नी नेहा पाठक ने बीते दिन निर्दलीय चुनाव नामांकन भर दिया। इस तरह जहां पति-पत्नी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं दोनों मिलकर अखिलेश यादव को भी कड़ी टक्कर दे सकते हैं। ऐसे में अखिलेश यादव के उम्मीदवारी से कन्नौज हाई प्रोफाइल सीट बन गइ है, वहीं इस सीट का चुनावी रण भी काफी रोचक हो गया है।
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समाजवादी पार्टी का गढ़ थी कन्नौज लोकसभा सीट
राजनीतिक इतिहास की बात करें तो कन्नौज लोकसभा सीट कभी समाजवादी पार्टी का गढ़ थी। 1998 से यह सीट समाजवादी पार्टी के खाते में ही जा रही थी, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अखिलेश यादव के इस किले में सेंध लगा दी। सुब्रत पाठक चुनाव जीते और इस बार भी वे चुनावी रण में ताल ठोक रहे हैं। 1967 में कन्नौज को लोकसभा का दर्जा मिला।
कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित यहां से चुनाव लड़कर सांसद रह चुकी हैं। 1998 में समाजवादी पार्टी के प्रदीप यादव चुनाव जीते और उसके बाद यह साीट सपा की हो गई। 1999 में मुलायम सिंह यादव सांसद बने। 2004 और 2009 में अखिलेश यादव यहां से सांसद बने। 2014 में अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव ने यहां चुनाव जीता। 2019 में यह सीट भाजपा के खाते में चली गई। अब 2024 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव फिर कन्नौज से किस्मत आजमा रहे हैं।
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भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने कन्नौज में बिछी चुनावी बिसात को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुद्दा केवल मोदी है, चाहे अखिलेश यादव चुनाव लड़े या कोई और, जीत सिर्फ भाजपा की होगी। सपाइयों ने बड़े-बड़े बंगले बनाए और भाजपा ने केवल विकास कार्य किए।