Lok Sabha Election: मायावती ने कन्नौज से अकील अहमद को दिया टिकट; बिगड़ेगा सपा का प्लान?
Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव में अब बहुत ज्यादा समय नहीं बचा है और सभी राजनीतिक दल इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं। इस समय दल अपने उम्मीदवार फाइनल कर रहे हैं और जरूरत के हिसाब से गठबंधन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को प्रदेश की 2 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है। लेकिन, मायावती का ये कदम समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए मुश्किलें खड़ी करने का काम कर रहा है।
BSP ने कन्नौज से अकील अहमद पट्टा को लोकसभा उम्मीदवार घोषित किया
◆ अकील अहमद पट्टा पहले सपा में थे, पार्टी छोड़कर आए थे बसपा में
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— News24 (@news24tvchannel) March 12, 2024
मायावती ने कन्नौज लोकसभा सीट से पूर्व सपा नेता अकील अहमद पट्टा को टिकट दिया है। इस सीट से सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने की संभावना है। लेकिन, मुस्लिम नेता को प्रत्याशी बनाकर मायावती ने एक तरह से अखिलेश की प्लानिंग को बिगाड़ने का काम किया है। वहीं, भाजपा ने इस सीट से सासंद सुब्रत पाठक को टिकट दिया है। बता दें कि इस सीट पर साल 1998 से लेकर 2019 तक सपा जीतती आई थी। अब बसपा ने इस सीट पर मुकाबला काफी रोचक बना दिया है। इसके अलावा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बसपा ने बिजनौर से विजेंद्र सिंह को टिकट दिया है।
SP chief Akhilesh Yadav can contest Loksabha Elections from 2 seats, Kannauj & Azamgarh#LokSabhaElection2024 pic.twitter.com/njn4RMJovE
— Desh Ka Verdict (@DeshKaVerdict) March 5, 2024
कन्नौज लोकसभा सीट का ऐसा है इतिहास
अखिलेश और उनकी पत्नी डिंपल यादव ने राजनीतिक करियर की शुरुआत कन्नौज से ही की थी। साल 1998 में इस सीट से सपा के प्रदीप यादव सांसद थे। फिर 1999 में मुलायम सिंह को यह जिम्मेदारी मिली थी। साल 2000 से लेकर 2009 तक अखिलेश यादव यहां से जीतते रहे थे। उनके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले तक यह सीट डिंपल के पास थी। लेकिन 2019 में डिंपल के हाथ से यह सीट निकल गई थी। तब भाजपा के सुब्रत पाठक यहां से जीते थे और पार्टी ने इस बार भी उन्हीं पर भरोसा जताया है।
Dimple Yadav who is contesting from Mainpuri has already lost two elections. In 2012, she won the Kannauj seat unopposed and retained it in 2014 but lost to Subrat Pathak in 2019. In 2009, she lost to Raj Babbar in Firozabad. Nervous Akhilesh has deployed his clan to campaign 😄
— RAJAT 🇮🇳 ( मोदी का परिवार) (@ind_rajat92) November 21, 2022
बसपा अकेले लड़ रही है लोकसभा चुनाव
बसपा ने यह लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ने का फैसला किया है। मायावती किसी भी दल के साथ गठबंधन करने से साफ इनकार कर चुकी हैं। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा है कि चुनाव परिणाम आने के बाद गठबंधन की संभावना पर विचार किया जा सकता है। वहीं, उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। सपा और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर बात बन चुकी है। बता दें कि 80 लोकसभा सीटों वाले यूपी की 63 सीटों पर सपा अपने प्रत्याशी उतारेगी और कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
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